अभी न जाओ छोड़ के… : ‘ही मैन’ धर्मेंद्र को समर्पित

धर्मेंद्र: एक युग की विदाई, एक हीरो का अमरत्व धर्मेंद्र का जाना सिर्फ एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि एक…

रविवारीय- आँखों की भाषा, अनजान बिल्ली से अनकहा सा अपनापन

️ मनीश वर्मा ‘ मनु ‘ स्वतंत्र टिप्पणीकार और विचारक अधिकारी, भारतीय राजस्व सेवा   टॉप फ्लोर पर जैसे ही…

सुख का मापदण्ड और भारतीय यथार्थ

विश्व हैपीनेस रिपोर्ट की सीमाएँ और भारत में सहानुभूति–ढाँचे की अनिवार्यता विश्व हैपीनेस रिपोर्ट में भारत की निम्न रैंकिंग अक्सर…

आतंक पर निर्णायक सख़्ती ज़रूरी

सुरक्षा, कानून और नागरिक चेतना—तीनों मोर्चों पर एक साथ बड़े बदलाव की आवश्यकता भारत को आतंकवाद से निर्णायक रूप से…

“गाँव से ग्लोबल तक”: डॉ. सत्यवान सौरभ की कलम की उड़ान

(संघर्ष, साहित्य और संवेदना, हरियाणा की माटी से निकला साहित्य का सितारा, शब्दों से समाज तक, युवा साहित्य का उगता…