पटना। यूपीएससी द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं के सुचारु एवं सफल संचालन के लिए उप सचिव संजय प्रसाद तथा अवर सचिव दीप पंत ने पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
उन्होंने आयोग की शब्दावलियों एवं निदेशों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। समन्वय पर्यवेक्षक, केन्द्र पर्यवेक्षक, सहायक पर्यवेक्षक, प्रेक्षक, वीक्षक, स्थानीय निरीक्षण पदाधिकारी एवं निरीक्षण पदाधिकारी के कार्यों एवं दायित्वों के बारे में बताया गया। परीक्षा के वास्तविक दिन से एक दिन पहले की तैयारियों तथा पदाधिकारियों एवं दण्डाधिकारियों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्थाए केन्द्र के परिसर की सफ ाई, पेयजल की सुविधा, अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निदेशों का प्रदर्शन, विधि.व्यवस्था संधारण के बारे में पदाधिकारियों को विस्तार से बताया गया। केन्द्र पर्यवेक्षक द्वारा परीक्षा से एक दिन पहले वीक्षकों एवं अन्य संलग्न पदाधिकारियों की ब्रीफिं ग की जाएगी। प्रमुख स्थानों पर अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निदेशों का प्रदर्शन रहना चाहिए। विधि व्यवस्था संधारण के लिए समुचित प्रबंध किया जाना चाहिए। सार्थक जैमिंग सेवा के लिए जैमर के अधिष्ठापन का प्रबंध रहना चाहिए।
प्रत्येक परीक्षा कक्ष में कम से कम दो वीक्षक प्रतिनियुक्त रहना चाहिए। वीक्षकों को आयोग की मार्ग निर्देशिका निश्चित रूप से उपलब्ध करायी जानी चाहिए। वीक्षकों या अन्य संलग्न कर्मियों के लिए मोबाईल फ ोन, स्मार्ट वाच या ऐसा कोई भी गजट ले जाना प्रतिबंधित है। अभ्यर्थियों को परीक्षा परिसर में प्रवेश के लिए आयोग के वेबसाईट से डाउनलोड किया हुआ ई एडमिट कार्ड का प्रिन्टआउट मान्य है। आयोग के प्रतिनिधियों ने कहा कि स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षाओं का आयोजन कराना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कार्यक्रम में डीडीसी सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।