पटना। राजद के राष्टï्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर लेते हुए कहा कि गृहमंत्री मंत्री जी बिहार आए और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में होने वाले अभूतपूर्व विकास की गाथा सुना गए।
अब संपूर्ण भाजपा ज़ोर शोर से विकास का ढोल पीट रही है असलियत क्या है। असलियत यह है कि डॉलर के मुक़ाबले रुपया रसातल में जा रहा है। आज के दिन एक डॉलर का भाव 81 रू 26 पैसे है। याद कीजिए जब 2013 में डॉलर का भाव 68 रुपये था तब अपने चुनाव अभियान के दरम्यान नरेंद्र मोदी इसका कारण बताते हुए कहा करते थे कि रुपया इसलिए कमज़ोर है क्योंकि देश का नेता कमज़ोर है।
देश में जब मज़बूत नेता आएगा तो रुपया भी मज़बूत होगा। पता नहीं रूपये की आज ऐसी दुर्गति देख कर मोदी जी को अपनी पुरानी बात याद आ रही है या नहीं। श्री तिवारी ने कहा कि दलील दी जाती है कि यूक्रेन युद्ध के चलते अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का भाव बढ़ गया है। कच्चे तेल के आयात में डॉलर अधिक ख़र्च करना पड़ रहा है इसलिए डॉलर का भाव चढ़ गया जबकि सच्चाई यह है कि छह महीना पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत एक सौ चौदह रुपये प्रति डॉलर थी। आज वह गिरकर छियासी रुपया प्रति बैरल है इसलिए रुपया की गिरावट का यूक्रेन के युद्ध से कोई संबंध नहीं है।
यह सरकार की आर्थिक नीतियों की विफ लता का परिणाम है। दूसरी तरफ़ देखा जाए तो देश के अंदर पूंजी का एकत्रीकरण हो रहा है। कुछ लोगों के हाथ में देश की पूंजी सिमटती जा रही है इसके परिणाम स्वरूप देश में तेज़ गति से गऱीबी बढ़ती जा रही है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो का आँकड़ा बता रहा है कि पिछले कुछ वर्षों में देश में आत्महत्या करने वालों की संख्या में अठारह से चालीस वर्ष के उम्र लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है। यह गंभीर चिंता का विषय है लेकिन सरकार इन सबसे बेपरवाह है। असलियत यह है कि नरेंद्र मोदी जी से देश संभल नहीं रहा है। हर मोर्चे पर सरकार बुरी तरह विफ ल साबित हुई है।