लोकतंत्र की रीढ़ या बाज़ार का शोर? प्रेस की स्वतंत्रता की परीक्षा

राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस (16 नवंबर) प्रेस की स्वतंत्रता लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण शर्त है। जब पत्रकार निर्भय होते हैं,…

रविवारीय- बिहार ने दिखाया लोकतंत्र का असली स्वर, जनता ने अपने फैसले से लिखी नई कहानी

लोकतंत्र और बिहार इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में बिहार के लोगों ने अपनी रायशुमारी ज़ोरदार ढंग से जाहिर…

मनोरंजन ऐप्स की अंधी दौड़ और बढ़ती अश्लीलता

डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स तेज़ मुनाफ़े की दौड़ में कला, संवेदनशीलता और समाजिक मूल्यों को पीछे छोड़ते हुए अश्लीलता को नया ‘मनोरंजन’…

बाल दिवस विशेष: बच्चों में छिपा है देश का उज्ज्वल भविष्य

“बचपन को केवल देखा नहीं, समझा जाना चाहिए। हर मुस्कुराता बच्चा एक जीवित कविता है, जो हमें मानवता की सच्ची…

धर्मनिरपेक्ष भारत में आस्था पर पहरा: क्या धर्मांतरण विरोधी कानून आवश्यक हैं?

भारत में धर्मांतरण विरोधी कानून: धार्मिक स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता की संवैधानिक चुनौती भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों को सामाजिक सद्भाव…