पटना। सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने, उन्हें सुरक्षित, किफायती और अधिक विश्वसनीय बनाने के मकसद से आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत देश भर के शहरों के बीच ट्रांसपोर्ट फाॅर ऑल प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया है। इस प्रतिस्पर्धा में कुल तीन चरण हैं। वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के प्रथम चरण के अंतर्गत सभी शहर के वासियों से यातायात संबंधी परेशानियों एवं उनके सुझावों को प्राप्त करने के लिए सर्वे किया जा रहा है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा इस प्रतिस्पर्धा में नोडल एजेंसी द्वारा योगजान दिया जा रहा है।
ट्रांसपोर्ट फॉर ऑल चैलेंज के अंतर्गत पटनावासियों से विभिन्न श्रेणियों में करीब 20-21 सावल पूछे जा रहे हैं। फीडबैक देने के लिए फेसबुक पर सिटी ऑफ पटना पेज पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक कर सर्वे फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं अथवा लिंक पर भी क्लिक कर सर्वे फ ॉर्म भर सकते हैं। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के विशेषज्ञों द्वारा सार्वजनिक स्थलों यथा रेलवे स्टेशन, पार्क, मॉल में आम जन से सर्वे फ ॉर्म भरवाया जा रहा है। वर्तमान तिथि तक कुल 2316 लोगों ने अपना फीडबैक दिया है। तय मानदंडों के अनुसार कम से कम 4000 शहरवासियों का फीडबैक प्राप्त करना अनिवार्य है।
जनता से फीडबैक के बाद केंद्र सरकार द्वारा ऑटो चालकों, रिक्शा चालकों, बस चालकों आदि से भी फीडबैक लिया जाएगा। शहरवासियों एवं ट्रांसपोर्टरों से मिले फीडबैक के आधार पर पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की अगुवाई में गठित ट्रांसपोर्ट फाॅर ऑल टास्क फोर्स द्वारा यातायात संबंधी किन्हीं पांच समस्याओं को चिन्हित कर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। दूसरे चरण में सभी स्मार्ट सिटीज को स्टार्ट अप्स के साथ मिलकर केंद्र सरकार द्वारा चिन्हित यातायात संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए प्रपोजल आमंत्रित किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा सभी 10 समस्याओं के लिए दो दो विजेताओं की घोषणा की जाएगी एवं 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। जिन स्टार्टअप के प्रपोजल आइडिया पिच को चयनित किया जाएगा वे ही प्रतिस्पर्धा के तीसरे चरण के लिए क्वॉलिफाई करेंगी।
श्वेता / पटना