प्रतापगढ़।आयुर्वैदिक कम्पनी में एम आर सर्वेन्द्र प्रताप सिंह की मृत्यु पर लोगों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
वह अपनी ससुराल चिलबिला में अपने श्वसुर चन्द्रेश बहादुर सिंह के यहाँ रहते थे।दो दिन पूर्व रात 10बजे उन्हें साँप काटने पर जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया लेकिन वेंटीलेटर के अभाव में इन्हें स्वरूप रानी इलाहाबाद के लिए रिफर कर दिया गया। वहां भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
जिला चिकित्सालय व्यवस्था न होने के कारण युवक को जान गँवानी पडी़।कहने को यह मेडिकल कालेज है लेकिन यहां चिकित्सीय सुविधा के अभाव में मरीजों को प्रयागराज रेफर कर दिया जाता है।लोगों ने यहां तत्काल चिकित्सालय में वैन्टीलेटर की मांग सरकार से की है।
उनके निधन पर अनेक संस्थाओं द्वारा गहरा शोक व्यक्त किया गया है जिसमें सृजना साहित्यक संस्था के संस्थापक दया राम मौर्य रत्न ,अम्मा साहेब ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी आनन्द मोहन ओझा, बाबू राम करन सिंह मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ हरिकेश बहादुर सिंह,सन साइन स्कूल कांपा विद्यालय के प्रबंधक द्वारा सर्वेंद्र प्रताप सिंह की स्मृति में एक दिन का अवकाश घोषित कर दिया गया।विद्यालय के प्रबन्धक तिलकधारी सिंह सहित पूरा शिक्षक स्टॉफ चिलबिला स्थित आवास दिलराज निकेतन में जा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गईं। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालो में अखिल नारायण सिंह, अनिल कुमार तिवारी प्रवात , गजेंद्र सिंह विकट आदि अनेक गणमान्य जन रहे।
उनके आवास शंकर गढ़ के पास स्थित ओवरी पहुँचकर श्रद्धांजलि अर्पित करने वालो में के पी कालेज के प्रधानाचार्य आदित्य प्रताप सिंह,शिक्षक संजय खरे,कुंवर हर्ष देव सिंह, डा राघवेन्द्र प्रताप सिंह, डा मयंक शर्मा आदि प्रमुख हैं।