पटना, 29 नवंबर बिहार आर्ट थियेटरद्वारा आयोजित त्रिदिवसीय नाट्य महोत्सव उत्सव मौसम 2021 में विश्वा,पटना,द्वारा नाटक सारी रात की प्रस्तुति की गयी।
नाटक सारी रात का कथासार एक स्याह अंधेरी रात में उपजा सत्य प्रकाश के अलोकित होने से पहले अनेकों-अनेक उधेड़बुन एवं अनिश्चय की स्थिति अंततः वातावर्ण में छोड़ जाता है। वृद्ध, पति, पत्नी और रंजन संपूर्णता की ओर अग्रसर होते हैं, जहां संबंधों की अनेकों तहे दृष्टिगोचर होती है। जिज्ञासा प्रबल होकर दमित इच्छाओं की पूर्ति को आतुर होती है | मन को छूती है आंदोलित करती हैं, सारी रात प्रश्न उत्तर और प्रतिउत्तर के बीच सपनों को यथार्थ रूप देने की प्रतिबध होता दिखता है।
अव्यवस्थित कमरा मानव मन के बिम्ब को प्रतिबिम्बित कर उसे सहेजने और संजोने का एक प्रयास मात्र है और सफलता निश्चित है।
सारी रात के लेखक ,बादल सरकार,अनुवाद प्रतिभा अग्रवाल संगीत राहुल कुमार, संगीत संचालक राहुल राज प्रकाश, रोशन सहायक निर्देशक, मौमिता विश्वास और निर्देशक:- राजेश राजा है। कलाकार सुश्री बिश्वास,आदिल रशीद,पंकज कुमार तिवारीसंगीत संयोजन राहुल कुमार, सहयोग राहुल राजप्रकाश, परिकल्पना रौशन कुमार,मंच परिकल्पना प्रबोध विश्वकर्मा,सहयोग: – सुनिल कुमार, प्रस्तुति नियंत्रक शशांक शेखर, सहायक निर्देशक मौमिता बिश्वास,नाटककार बादल सरकार,अनुवादक प्रतिभा अग्रवाल हैं।