भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की हुई बैठक, राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनन्द ने किया समाज को एकजुट होने का अपील

सुपौल : सोमवार को सुपौल जिला स्थित लाइब्रेरी भवन में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के जिलास्तरीय सम्मेलन संपन्न हुआ। जिसकी अध्यक्षता महासंघ के जिला अध्यक्ष संजय कुमार शर्मा एवं संचालन संगठन मंत्री मदन शर्मा ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद के कर कमलों से भगवान विश्वकर्मा के तैल्यचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पमाला अर्पित कर किया। आयोजको के द्वारा उपस्थित अतिथियों का पुष्पमाला कर अंग वस्त्रों से सम्मानित कर अभिनंदन एवं स्वागत किया गया।

भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद ने विश्वकर्मा समाज पर प्रकाश डालते हुए कहा की विश्वकर्मा समाज सृष्टि के निर्माता है, इंजीनियरिंग मेरे खून में है। हिंदू धर्म के शास्त्र ऋग्वेद में स्पष्ट है दुनिया के पहला अभियंता भगवान विश्वकर्मा थे। वे सभी देवी देवताओं के नगर बसाने का काम किये थे। इतिहास गवाह है की विश्वकर्मा समाज का सामाजिक ढांचे का निर्माण में अहम भूमिका शुरू से रहा है। यह समाज तकनीक में अव्वल रहा है। देश की रक्षा में लगे जवानों के हाथों में मेरे द्वारा निर्मित हथियारों का, प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक मेरे द्वारा बनाए गए आसनों का, जीवन से शुरू होकर मृत्यु तक मेरे द्वारा निर्मित बस्तुए का प्रयोग होता है। मंदिर भी हम बनाते है, मस्जिद भी हम बनाते है, ईसाइयों का चर्च भी हम बनाते है। हम सब के लिए प्रयोग होते है फिर भी आजादी से अब तक हम उपेक्षित है। अब हम उपेक्षित नही रह सकते है। अब आर पार की लड़ाई होगी। हमे केवल जागृत होने की जरूरत है। जरूरत है केवल आत्मविश्वास की जो व्यक्ति की कामयाबी का सबसे बड़ा सहयोगी होता है। उन्होंने आगे कहा की कोई भी संपन्न विश्वकर्मा समाज अपने से नीचे का कमजोर तबके को उसका हक देने की बजाय खुद ही लेना चाहता है, जो कि विश्वकर्मा समाज की राजनीति की सबसे बड़ी समस्या है।

वही मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष बासुदेव शर्मा ने समाज की एकता पर बल देते हुए कहा किसी भी समाज की शक्ति उस समाज की संगठन पर निर्भर करती है। युवाओ एवम महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा संगठन से जोड़े एवम विस्तार करे। वही मौके पर डॉ सुधीर शर्मा ने कहा हमारे नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद समाज को सामाजिक न्याय के रास्ते पर ले जाने में जुटे है। इनके हाथ को मजबूत करने का काम करे ताकि आपकी आवाज विधानसभा और लोकसभा के मोटी दीवारों को भेद सके। डॉ संतोष कुमार शर्मा ने कहा की विश्वकर्मा समाज भौतिक संसाधन जुटाना ही अधिक जरूरी समझता है। जबकि समाज की हित उसके चेतना में है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा हम विश्वकर्मा समाज के लोग जब बड़े पद पर चले जाते है तो अपनी ही जाति और समाज को हीन दृष्टि से देखने लगते है जो की दुखद है। हम विश्वकर्मा समाज पिछड़े है क्योंकि आपस में बिखडे है। यह प्रयास अतुलनीय एवम अनुकरणीय है। महासंघ के जन संपर्क यात्रा के सदस्य प्रो बी के शर्मा ने कहा की शिक्षित समाज ही अपने समाज को मजबूत बनाता है।इसलिए समाज को शिक्षा के प्रति प्रेरित करे।

अध्यक्षीय संबोधन में जिला अध्यक्ष संजय कुमार शर्मा ने कहा अब हम विश्वकर्मा समाज उपेक्षा का शिकार नही होंगे। हम अपने नेता मुकुल आनंद के नेतृत्व में आर पार की लड़ाई की साक्षी बनूंगा। अध्यक्ष जी का जब भी आह्वान होगा चाहे कृष्ण मेमोरियल हॉल भरने का हो, चाहे गांधी मैदान भरने का हो पूरी ताकत लगा देंगे। अंत में धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में हजारों लोग उपस्थित थे।

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