पटना: 25 दिसंबर शुक्रवार को सामाजिक संस्था दीदी जी फाउंडेशन, पटना (बिहार) ने किसमस का त्योहौर स्लम एरिया के बच्चों के बीच मनाया. दीदी जी फाउंडेशन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार एवं शिक्षक सम्मान से सम्मानित डॉ नम्रता आनंद ने शांति के दूत प्रभु यीशू का जन्मदिन क्रिसमस का त्योहार कुरथौल में स्लम एरिया के 100 से अधिक गरीब बच्चों के बीच केक काटकर मनाया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर वी.के सिंह,भरत सिंह, चुन्नू सिंह मिथिलेश सिंह, आनंद कुमार झा, महेन्द्र तिवारी और दीपक सिंह मौजूद थे। इस दौरान बच्चों के बीच केक काटकर क्रिसमस का त्यौहार मनाया गया। क्रिसमस के अवसर पर कार्यक्रम में प्रखंड फुलवारी शरीफ सिपारा संकूल के 100 से अधिक बच्चों ने डांस पर आधारित कार्यक्रम पेश किया। कार्यक्रम की शुरूआत स्वागत गान से हुयी। इसके बाद बच्चों ने गणेश वंदना, शिव तांडव, ढ़ोली तारो, लक्ष्मीबाई, राधेराधे, वो कृष्णा है, आर्मी डांस, दो पापड वाले और मां तुझे सलाम जैसे कई गीतों पर शानदार डांस प्रस्तुति देकर लोगों का दिल जीत लिया। बच्चों ने सान्ता क्लाज के मुखौटे पहनकर एक-दूसरे को गिफ्ट बांटे तथा खूब आनन्द उठाया.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ,शिखा स्वरूप, राजू कुमार,जाहिदा नसर, जैनब अंजुम ,रंजीत ठाकुर ,कोमल सोनी ,बबलू जी, पिंटू कुमार, अंकित कुमार और रीता देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के दौरान देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी की जयंती भी मनायी गयी। लोगों ने उनके तैल्यचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया.
इस अवसर पर नम्रता आनंद ने कहा कि क्रिसमस पर्व प्रतिवर्ष 25 दिसंम्बर को प्रभु ईसा मसीह के जन्म के शुभ तिथि पर मनाया जाता है। ईसा मसीह ऊंच-नीच एवं भेदभाव को नहीं मानते थे। वे अपने उपदेशों में सेवा एवं परोपकार की बात कहते थे। इस त्योहार को सभी लोग बडे़ उत्साह एवं उल्लास के साथ मनाते हैं.
श्री वी.के.सिंह ने कहा कि क्रिसमस का त्योहार ईसाई समुदाय का एक बहुत बड़ा त्योहार है। इसे पूरे विश्व में मानाया जाता है। यह पर्व हम में पवित्रता एवं खुशहाली का संदेश लाता है। साथ ही ईसा मसीह के बताये हुए मार्गों व उच्च आदर्शां पर चलने के लिए प्रेरित करता है।हम सभी को त्योहार एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशी-खुशी मनाना चाहिए।