पटना। बुधवार को ओरो डेंटल ने बिहार में अपने 25 वर्ष पूर्ण होने पर सिल्वर जुबली मनाया। इस अवसर पर उपस्थित संवादाताओं को संबोधित्त करते हुए ओरो डेंटल के निदेशक डॉ आशुतोष त्रिवेदी ने कहा कि हमें गर्व महसूस हो रहा कि आज बिहार में ओरोडेन्टल के सिल्वर जुबली मना रहा है। 25 वर्षो से ओरोडेंटल में दन्त सम्बंधित बीमारी और इलाज कि जानकारी सिर्फ 25 रूपये में ही दी जाती है, जिससे हर एक वर्ग के लोग इलाज कराने में समर्थ होते है।
दन्त चिकित्सा में क्रांति लाने का श्रेय बिहार में ओरो डेंटल को जाता है। एक पूरी टीम ऑफ़ डेंटल सर्जन के साथ बिहार में डिजिटल डेंटिस्ट्री हो या इम्प्लांट डेंटिस्ट्री हो या इन-हाउस डेंटल लैब हो सब में ओरो डेंटल ने ही पहल की। मोबाइल डेंटल यूनिट डेंटल असिस्टेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत ओरो डेंटल ने की।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि मेरा एक सपना है कि बिहार में एक सुपर स्पेशलाइज़्ड डेंटल सेंटर कि स्थापना हो और बिहार दन्त छेत्र में अग्रणी बने। उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क कॉलेज ऑफ़ डेंटिस्ट्री से कॉस्मेटिक डेंटिस्ट्री में फ़ेलोशिप के साथ इंडिया के कुछ चुने हुए दन्त चिकित्सक में से है जिन्होंने डीएनबी की सर्टिफिकेट लिए है।
ओरोडेन्टल में न्यूरोमस्कुलर ऑर्थोडोंटिक्स में बहुत तरह के सर दर्द, पुराने सर दर्द, चलने में दिक्कत, लगातार हेडक या नींद न आना ये सब का इलाज स्पलिंट दवारा किया जाता है। आर्मी सीजीएचएस एनटीपीसी और अन्य संस्थाओ से मान्यता का प्रैक्टिसेज एकमात्र दन्त चिकित्सा संसथान जहाँ डेंटिस्ट्री के सेवेन ब्रांच की एक साथ चिकित्सा होती है।
उन्होंने इस बात कि जानकारी दी कि विगत दिनों बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशिल मोदी और हेल्थ मिनिस्टर अश्विनी चौबे ने चलंत दन्त चिकित्सा वैन का उद्घाटन भी किया था जो घर जाके मरीज़ो को दन्त चिकित्सा की सेवा दे रहा है। ओरोडेन्टल में कई सेलेब्रेटी जैसे गोविंदा, प्रीति जिंटा, रजा मुराद, आदित्य पंचोली व पवन सिंह आ चुके है।
ओरो डेंटल 15 मार्च 1998 से शुरू हुआ दन्त चिकित्सा संस्थान आज 25 साल पुरे कर रहा। देश विदेश में ओरो डेंटल का नाम और ख्याति फ़ैल रही। इस अवसर पर दन्त चिकित्सा संसथान के सभी डॉक्टर एवं कर्मचारी मौजूद रहे। विदित हो कि डॉ आशुतोष त्रिवेदी ने दन्त चिकित्सा को नया आयाम देते हुए बिहार में दन्त चिकित्सा को एक नाम दिया है। गौरतलब है कि डॉ त्रिवेदी ने देश विदेश से कई कोर्सेज किया और कई अवार्ड जीते हैं। उन्होंने डेंटल असिस्टेंट के लिए 06 किताब भी लिखी है। डॉ आशुतोष ने अपनी पढाई बुद्धा डेंटल के साथ बेलग्राम से इम्प्लांटोलोग्य में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ-साथ प्रोस्थोडेंटिस्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।