एक बच्चे की रोमांचक साइकिल यात्रा की कहानी है ” पहिये जिंदगी के “

पटना : क्या आप बचपन में साइकिल को लेकर उत्साहित रहे हैं या आपने साइकिल पर सवार हो कर अपने बचपन में कई क़िस्म के एडवेंचर जिए हैं, तो यह कहानी आपको समय के पहियों पर सवारी करवा, आपके यादों के भंवर को एक बार अवश्य छेड़ेगी। हँसी-मज़ाक़ के साथ कुछ सामाजिक मुद्दों को आपके समक्ष प्रस्तुत कर, आपके दिलों में उतरने को तैयार, एक बालक ” बिट्टू ” की साइकिल अपना रास्ता बना रही है। ” पहिये जिंदगी के ” किताब नोशन प्रेस द्वारा हाल में ही प्रकाशित की…

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“बबुआ… एक विरासत”

“भावनाओं की सशक्त अभिव्यक्ति एवं मनोवैज्ञानिक प्रभाव का अद्भुत मिश्रण” यह कोई काल्पनिक दुनिया की बात नहीं है, यह किसी साहित्यिक विधा की बारीकियों पर बहस नहीं है। यह मूलतः एक दिवंगत आत्मा के प्रति चंद लोगों की भावनाएं हैं, कुछ सच्ची घटनाओं का संक्षिप्त विवरण है, कुछ नई-पुरानी एवं दुर्लभ तस्वीरें हैं…. “बबुआ… एक विरासत” एक संस्मरणात्मक श्रद्धांजलि संग्रह है जो बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ अनुमंडल स्थित भरतपुरा गाँव के निवासी स्व. मधुसूदन प्रसाद को उनके परिजनों एवं शुभचिंतकों द्वारा दी गई है। इसका संकलन स्व. प्रसाद…

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भारत छोड़ो आंदोलन, पूर्ण स्वतंत्रता के विरोधी, दबे-कुचले वर्गों के मसीहा अंबेडकर

(अम्बेडकर जी ने कांग्रेस के पूर्ण स्वतंत्रता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने दलितों के उत्थान हेतु उच्च वर्गीय हिन्दुओं से ज़्यादा अंग्रेज़ों को सहायक माना। देश व दलितों के हितो के बीच टकराव की स्थिति में उन्होंने दलितों के हितों को वरीयता देने की बात कही। ) देश बी आर अंबेडकर की 131वीं जयंती मना रहा है। एक समाज सुधारक, भारतीय संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष और देश के पहले कानून मंत्री के रूप में उनकी भूमिका प्रसिद्ध है। वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री, सक्रिय राजनेता, प्रख्यात वकील, श्रमिक…

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जलियांवाला बाग हत्याकांड (13 April) – भारत में ब्रिटिश शासन की क्रूरता और दमनकारी प्रकृति का प्रतीक

जलियांवाला बाग नरसंहार, जिसे अमृतसर का नरसंहार भी कहा जाता है, एक ऐसी घटना थी जिसमें ब्रिटिश सैनिकों ने पंजाब के अमृतसर में जलियांवाला बाग के नाम से जाने जाने वाले खुले स्थान में निहत्थे भारतीयों की एक बड़ी भीड़ पर गोलीबारी की थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड,13 अप्रैल, 1919, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। उस दिन पंजाब और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय फसल उत्सव बैसाखी थी। अमृतसर में स्थानीय निवासियों ने उस दिन एक बैठक आयोजित करने का फैसला किया, जिसमें सत्य पाल और…

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जड़ी-बूटियों की खेती भारत के लिए आय और निर्यात का एक बड़ा स्रोत हैं

आयुर्वेद में प्राकृतिक उपचार की हजारों वर्षों की परंपरा का मिश्रण है। आयुर्वेदिक चिकित्सा यानी घरेलू उपचार दुनिया की सबसे पुराना चिकित्सा प्रणालियों में से एक है। आयुर्वेदिक तरीका रोगी को चंगा करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है, प्राकृतिक चिकित्सा में उपचार की तुलना में स्वास्थ्यवर्धन पर अधिक महत्व दिया जाता है। प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ जीवन जीने की एक कला विज्ञान है। कोविद-19 महामारी के दौरान प्राकृतिक उपचार का ज्ञान पूरे विश्व में लाइमलाइट में आया है। इसलिए विशेष रूप से विश्व बाजार में प्राकृतिक उपचार की मांग को…

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