जब रिश्ते हैं टूटते, होते विफल विधान। गुरुवर तब सम्बल बने, होते बड़े महान।।

बच्चों के विकास में, शिक्षकों की आदर्श भूमिका सही मूल्यों और गुणों के प्रवर्तक और प्रेरक की होनी चाहिए। इस प्रकार, छात्रों को ज्ञान सीधे चम्मच खिलाने के बजाय, उन्हें बच्चों में पूछताछ, तर्कसंगतता की भावना विकसित करने का प्रयास करना चाहिए, ताकि वे अपने दम पर, जुनून के साथ सीखने के लिए सशक्त महसूस करें। साथ ही, शिक्षकों को अच्छे नैतिक मूल्यों जैसे सत्य, ईमानदारी, अनुशासन, नम्रता, धार्मिक सहिष्णुता, लिंग समानता आदि को बच्चों में विकसित करने का प्रयास करना चाहिए ताकि अच्छे इंसानों की नींव रखी जा सके।…

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गुरुवर जलते दीप से- सत्यवान ‘सौरभ’

दूर तिमिर को जो करें, बांटे सच्चा ज्ञान। मिट्टी को जीवित करें, गुरुवर वो भगवान।। जब रिश्ते हैं टूटते, होते विफल विधान। गुरुवर तब सम्बल बने, होते बड़े महान।। नानक, गौतम, द्रोण सँग, कौटिल्या, संदीप। अपने- अपने दौर के, मानवता के दीप।। चाहत को पर दे यही, स्वप्न करे साकार। शिक्षक अपने ज्ञान से, जीवन देत निखार।। शिक्षक तो अनमोल है, इसको कम मत तोल। सच्ची इसकी साधना, कड़वे इसके बोल।। गागर में सागर भरें, बिखराये मुस्कान। सौरभ जिसे गुरू मिले, ईश्वर का वरदान।। शिक्षा गुरुवर बांटते, जैसे तरुवर छाँव।…

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लड़कियों को लड़कों से ज्यादा पोषण में सुधार की जरुरत

लड़के और लड़कियों दोनों के कुपोषित होने की संभावना लगभग समान रूप से होती है। लड़कियों के लिए, पोषण की मात्रा गुणवत्ता और मात्रा दोनों के मामले में अपेक्षाकृत कम है। जल्दी और कई गर्भधारण से अतिरिक्त बोझ के कारण लड़कियों का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। पितृसत्तात्मक समाज के कारण, लड़कों को अपेक्षाकृत अधिक पौष्टिक भोजन दिया जाता है क्योंकि उन्हें परिवार का कमाने वाला समझा जाता है, खासकर यदि परिवार गरीब है और सभी बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की स्थिति में नहीं है। प्रजनन काल के…

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अवैध अतिक्रमण पूरे देश की एक गंभीर समस्या है

सार्वजनिक भूमि के अतिक्रमण की रोकथाम में स्थानीय अधिकारियों और राज्य सरकारों को सक्रिय होना चाहिए।  नागरिकों को नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए और यदि वे कानून के शासन का उल्लंघन करते हैं, तो उल्लंघन करने वालों को दंडित किया जाना चाहिए। भूमि के कानून का सम्मान करना आदर्श होना चाहिए और यदि कोई विचलन हो तो कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद ही अवैध संरचनाओं को बुलडोजर किया जाना चाहिए। भारत में संपत्ति का अतिक्रमण एक गंभीर चिंता का विषय है। भारत भर के…

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भ्रष्टाचार इसलिए होता है क्योंकि हम स्वयं बेईमान है

  हम बेवकूफ इसलिए बनाए जा रहे है, क्योंकि हम बेवकूफ है। हमारे हक इसलिए छीने जाते है ,क्योंकि हम दूसरो को छीनने की कोशिश करते है। हमारे साथ भ्रष्टाचार इसलिए होता है क्योंकि हम स्वयं बेईमान है। हमे अपने अंदर सुधार की जरूरत है, लोग खुद सुधर जाएंगे। महात्मा गांधी ने कहा था- “खुद में वो बदलाव लाइए, जो आप दुनिया में देखना चाहते हैं।” -सत्यवान ‘सौरभ’ देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9वीं बार तिरंगा फहराया।…

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