पटना, 30 नवंबर। देश में वन नेशन वन टैरिफ लागू होने से बिहार को काफी फायदा होगा। केंद्र सरकार को बिजली पर हर राज्य में अलग –अलग टैरिफ रखना मुनासिब नहीं है, राज्य को वित्तीय क्षति होती है। यह बात मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उर्जा ऑडिटोरियम में उर्जा विभाग की 15871.24 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास,उद्घाटन व लोकार्पण करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली के तहत राज्य में अब सौर ऊर्जा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उत्तर बिहार के चौर क्षेत्र में सौर ऊर्जा के विकास की काफी संभावना है। यह ग्रामीणों के कमाई का जरिया भी बन सकता है। अब सरकार मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाईट योजना के तहत पंचायतों में सोलर लाईट लगा रही है। हर पंचायत के सभी वार्डों में दस सोलर लाइट लगाई जा रही है। गांवों के पंचायत ऑफिस और अस्पतालों में भी सोलर लाइट लगाये जायेंगे। गांवों की सड़कें अब रोशन रहा करेंगी। हमें थर्मल ऊर्जा पर निर्भरता कम करने से राज्य को वित्तीय फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने भागलपुर के सबौर और सीतामढ़ी के रून्नी सैदपुर में ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ करते हुए कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर क्षेत्र में बिहार अच्छा काम कर रहा है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की शुरूआत करते हुए खुशी हो रही है। वर्ष 2025 तक पूरे बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से लैस हो जाएगा।
ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने ऊर्जा परिवार को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरगामी सोच का परिणाम है कि ऊर्जा विभाग नित्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। ऊर्जा परिवार पूरी मेहनत से अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा करेगा।
बिहार सरकार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि बिहार का ऊर्जा मॉडल देश में काफी लोकप्रिय है। बिहार ने ऊर्जा क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया है तब ही आज ऊर्जा क्षेत्र की आधारभूत संरचनाएं मजबूत हो रही हैं। हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दूरगामी सोच को पूरा करने का काम कर रहे है।
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह बीएसपीएचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने विद्युत कंपनियो की स्थापना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर सभी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरगामी सोच और मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव के मार्गदर्शन का परिणाम है कि ऊर्जा विभाग नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। बिजली कंपनियां अपनी घाटे को कम करने के लिए कृत संकल्प है। वर्तमान में बिजली कंपनियों को तीस फीसदी का घाटा हो रहा है जिसे आने वाले चार सालों में लगभग 11 फीसदी और कम करने का है।
श्री हंस ने कहा कि किसानों पर विभाग का विशेष ध्यान है। 1555 कृषि फीडर लगाए जा रहे हैं जिससे किसानों को खेती कार्य के लिए सीधी बिजली मिल सकें। अगले तीन साल में 4.50 लाख इच्छुक किसानों को अलग से बिजली का कनैक्शन दिया जाएगा । सरकार सौर ऊर्जा के लिए काफी काम कर रही है उसके सुखद परिणाम जल्द ही मिलेगें। अब दक्षिण बिहार के नहरों पर भी सौर ऊर्जा की प्लेटें लगाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत प्रत्यय ने कहा कि मुख्यमंत्री की ऊर्जा विभाग पर विशेष नजर रही है उनकी मंशा बिहार को पूर्ण ऊर्जस्वित प्रदेश बनाने का था। उनके मार्गदर्शन में बिहार ने इतिहास रचा है। हर घर बिजली योजना के तहत हर घर में बिजली पंहुचाई गई। बिहार के ऊर्जा विभाग ने हर चुनौती को अवसर में बदला है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उर्जा क्षेत्र के 15871.24 करोड़ रूपये की योजनाओं जिसमें 2635.30 करोड़ रूपये की योजनाओं का लोकार्पण, 5930.89 करोड़ रूपये की योजनाओं का शिलान्यास और 7305.05 करोड़ रूपये की योजनाओं का शुभारंभ किया।
ग्रामीण स्मार्ट प्रीपेड मीटर योजना के लिए 3666.67 करोड़ रूपये खर्च किए जायेगें। इसके अलावा ब्रेडा की 1579.37 करोड़ की लागत से ग्रिड कनेक्टेड ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट योजना और सरकारी भवनों पर ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्लांट का शिलान्यास किया। 11.55 करोड़ की लागत से बने ग्रिड कनेक्टेड फ्लोटिंग पावर प्लांट का लोकार्पण भी किया।
एनबीपीडीसीएल के अंतर्गत 92.71 करोड़ की लागत से दरभंगा, मोतिहारी, छपरा, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, सहरसा, अररिया, गोपालगंज, बेगूसराय और एसबीपीडीसीएल के अंतर्गत 182.84 करोड़ की लागत से पटना, भागलपुर, नालंदा, गया, आरा, औरंगाबाद में निर्मित विद्युत शक्ति उपकेंद्रों का लोकार्पण किया।
समारोह में बिहार ग्रिड कंपनी लिमिटेड के 1099. 42 करोड़ रुपए की लागत से पटना क्षेत्र में बने नए ग्रिड उपकेंद्र और संबद्ध संचरण लाइनों का उद्घाटन किया।इसके अलावा मुख्यमंत्री बीएसपीटीसीएल की 1164.05 करोड़ रुपए की योजनाओं का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार ,विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह , एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार , एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक प्रभाकर और सूचना विभाग एवं मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार भी उपस्थित थे। समारोह में बिहार के सभी जिलाधिकारी और सांसद एवं विधायक गण वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे।