बीजेपी के दिग्गज अरुण जेटली नहीं रहें, पुरे देश में शोक की लहर

बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (66) का आज निधन हो गया उनकी हालत पिछले कई दिनों से नाजुक बनी हुई थी। जेटली को 9 अगस्त को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। लंबे समय से बीमार चल रहे जेटली से एम्स में मिलने वालों का सिलसिला जारी रहा। कई केंद्रीय मंत्री और दुसरे दलों के नेतागण भी जेटली का हालचाल जानने एम्स गए थे। 10 अगस्त के बाद से जेटली की हेल्थ को लेकर कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया गया था। बताया जा रहा था कि जेटली के फेफड़ों में पानी जमा हो रहा था और डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था।

लंबे समय से बीमार थें जेटली 
जेटली को सॉफ्ट टिशू सरकोमा था, जो एक प्रकार का कैंसर होता है। जेटली पहले से डायबिटीज के मरीज थे। उनका किडनी भी ट्रांसप्लांट हो चुका था। सॉफ्ट टिशू कैंसर की भी बीमारी का पता चलने के बाद वह इलाज के लिए अमेरिका भी गए थे। उन्होंने मोटापे से छुटकारा पाने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी भी करा रखी थी।

स्वास्थ्य कारणों से मोदी-2 सरकार में शामिल नहीं हुए थे जेटली 
दिल्ली विश्वविद्यालय से छात्र नेता के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले जेटली सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी थें। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्रालय संभालने वाले जेटली स्वास्थ्य कारणों से मोदी-2 सरकार में शामिल नहीं हुए। जेटली अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी केंद्रीय मंत्री थे।

अरुण जेटली का जन्म 28 दिसम्बर 1952 को हुआ था। उनका जन्म महाराज किशन जेटली और रतन प्रभा जेटली के घर में हुआ। वे भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता एवं प्रसिद्ध अधिवक्ता थे। वे देश के पूर्व वित्त मंत्री एवं न्याय मन्त्री के साथ-साथ कई बड़े पदों पर आसीन थे।

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