अंतरराष्ट्रीय बौद्ध समागम के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पर्यटन के बल पर बिहार के विकास की बात की। उन्होंने इंटरनेशनल बुद्धिस्ट कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में यहां पहुंचे दुनिया भर के मेहमानों के बीच पर्यटन व्यवसाय के विकास के लिए केन्द्र सरकार से मदद की पुरजोर गुजारिश की।
उन्होंने थाईलैंड की मिसाल दी कि वहां की अस्सी प्रतिशत आमदनी पर्यटन से होती है। साठ प्रतिशत आमदनी सिर्फ बुद्ध की मूर्ति और पीपल के पत्तों के सहारे चलने वाले पर्यटन से आती है। हमारे पास तो बुद्ध से जुड़ी सभी चीजें साक्षात हैं। हमारे पास बुद्ध की ज्ञानस्थली है। हमारे पास भगवान महावीर हैं, हम क्यों नहीं इसके बल पर पर्यटन को ऊंचाई दे सकते हैं। उन्होंने वहां मौजूद केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक से कई बार अनुरोध किया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मदद दिलाएं।
उद्घाटन समारोह में मौजूद केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने बिहार में पर्यटन व्यवसाय के विकास में केन्द्र सरकार की भागीदार बढ़ाने और बौद्ध सर्किट के विकास को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रूपये देने की घोषणा की।