बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का निधन हो गया है। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थें। गौरतलब है कि सुशील मोदी ने कुछ समय पूर्व अपनी बीमारी की जानकारी देते हुए खुद को लोकसभा चुनाव से अलग रहने की घोषणा की थी। वे कैंसर से पीड़ित थें। सुशील मोदी लंबे समय तक उपमुख्यमंत्री रहे। राज्यसभा सांसद रहे। वित्त मंत्री समेत कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। जिस दौर में बिहार हत्या, लूट और अपहरण के लिए कुख्यात था, उस समय सुशील कुमार मोदी विपक्ष की…
Read Moreहमारी भूमि, हमारा भविष्य
पृथ्वी इकलौता ऐसा ग्रह है, जहाँ जीवन सम्भव है। जहाँ का वातावरण अनुकूल और प्रकृति सुगम और मनोरम है। मेरा मानना है कि प्रकृति से बड़ा कोई कलाकार नहीं होता हैं। प्रकृति जैसी चित्रकारी कोई नही कर सकता है। हरियाली, नदी, झरने, नहर का कलकलाता स्वर और पंक्षियों का कलवर करना क्या खूब मन को भाता है। बारिश में मानो जैसे बुँदे धरती से मिलाप करना चाहती है। दोनों की जो जुगलबंदी है वही एक भीनी-भीनी सी खुशबू जीवित करती है। ये सब वैसा ही सुकून देती हैं जो हमे…
Read Moreबिना स्वतंत्र मीडिया के स्वस्थ लोकतंत्र को सुनिश्चित कर पाना संभव नहीं
राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते राजनेताओं और मीडिया घरानों के बीच सांठगांठ के परिणामस्वरूप अक्सर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग होती है और असहमति की आवाज़ों का दमन होता है। धमकियाँ और हमले: पत्रकारों को शारीरिक हिंसा, उत्पीड़न और धमकी का सामना करना पड़ता है, खासकर जब वे भ्रष्टाचार, मानवाधिकार उल्लंघन या सांप्रदायिक तनाव जैसे संवेदनशील मुद्दों को कवर करते हैं। कभी-कभी पत्रकारों को चुप कराने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के लिए राजद्रोह, मानहानि और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम जैसे कानूनों का दुरुपयोग किया जाता है। मीडिया संगठन, विशेष रूप से छोटे…
Read Moreतस्वीरों में देखिए कैसा चल रहा है रामकृपाल यादव का जनसंपर्क
पटना। लोकसभा चुनाव के अंतर्गत पाटलिपुत्र क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने अपना जनसंपर्क अभियान आरंभ कर दिया है। पाटलिपुत्र में अंतिम चरण में मतदान होना है। आज से दानापुर में श्री राम कृपाल यादव ने जनसंपर्क अभियान को शुरुआत की। जनसंपर्क के दौरान बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उनसे मिलने और उन्हे आशीर्वाद देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। उक्त उत्साही भीड़ को देख कर स्थानीय बीजेपी नेताओं ने कहा कि यह भीड़ नहीं है, यह साथ है पाटलिपुत्र की महान जनता के विश्वास…
Read Moreबिबियापुर कोठी- कभी यहां महफिलों का होता था दौर, “रविवारीय” में आज लखनऊ की ऐतिहासिक इमारत को सैर
18 वीं सदी के अंत में अवध के नवाब आसिफ उद्दौला ने न्यू क्लासिकल शैली में एक बेहद खूबसूरत दो मंज़िल की इमारत अपने और अपने परिवार के विश्राम करने के लिए बनवाई थी, जो आज अपने हाल पर आंसू बहा रहा है। कल तक जहां महफिलों का दौर होता था। शामें सजतीं थीं और रातें रंगीन हुआ करती थीं। शाम ढलते ही कोठी क्या पूरे आसपास का माहौल जीवंत हो उठता था। आज अपने पुराने अतीत को याद कर गौरवान्वित जरूर होता है, पर एक कूहक सी उठती है।…
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