न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए 20 सदस्यीय टीम इंडिया का ऐलान हो गया है। भारतीय टीम में रविंद्र जडेजा, हनुमा विहारी, मोहम्मद शमी और उमेश यादव की वापसी हुई है, जबकि केएल राहुल और ऋद्धिमान साहा को उनके फिट होने की उपलब्धता के बाद ही उन्हें इंग्लैंड ले जाया जाएगा।
इसके अलावा टीम इंडिया चार स्टैंड बाय खिलाड़ियों के साथ इंग्लैंड जाएगी। जिनमें अभिमन्यु ईश्वरन, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और अरजान नागवासवाला का नाम भी शामिल है। वहीं चयनकर्ताओं ने भुवनेश्वर कुमार को टीम में मौका नहीं दिया है।
कब होगा फाइनल
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच 18 से 22 जून तक खेला जाएगा। इसके बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी, जिसका पहला मैच 4 अगस्त से नॉटिंघम में खेला जाएगा।
इंग्लैंड टेस्ट सीरीज और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम
विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप कप्तान), शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव।
वहीं अन्य खिलाड़ियों की बात करें तो…
फिट होने पर मिलेगी जगह- केएल राहुल और ऋद्धिमान साहा
स्टैंडबाई खिलाड़ी- अभिमन्यु ईश्वरन, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान, और अरजान नागवासवाला
क्या है वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए आईसीसी ने 1 अगस्त 2019 को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की घोषणा की थी, जिसके तहत हर टीम को 6 टेस्ट सीरीज खेलनी थीं। सभी टीमों को 3 सीरीज अपने घर में जबकि 3 घर से बाहर खेलनी थी। अंत में टॉप पर रहने वाली 2 टीमों के बीच जून 2021 में फाइनल मुकाबला का आयोजन करवाने का प्रस्ताव था।
अंक तालिका में पहले नंबर पर भारत
दुनिया की लगभग सभी दिग्गज टीमों को शिकस्त देते हुए और शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत और न्यूजीलैंड ने फाइनल में जगह बनाई। टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में भारत 72.2 प्रतिशत अंकों के साथ शीर्ष पर रहा। दूसरे स्थान पर 70 प्रतिशत अंकों के साथ न्यूजीलैंड रहा जबकि तीसरे स्थान पर 69.2 प्रतिशत अंकों के साथ ऑस्ट्रेलिया और चौथे पायदान पर 61.4 प्रतिशत अंकों के साथ इंग्लैंड की टीम रही।
डब्ल्यूटीसी का फाइनल मैच पहले लॉर्ड्स के मैदान खेला जाना था, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसको साउथैम्पटन में करवाने का फैसला लिया गया है।