पटना, 20 अक्टूबर सामाजिक संगठन भूमिका बिहार और चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना के संयुक्त तत्वाधान में, छात्रों के लिए लिंग और पारिस्थितिक अधिकार के विषय पर वुमनिश 2022 का आयोजन किया गया, जिसमें अलग-अलग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 15 विभूतियों को सम्मानित किया गया।
राजधानी पटना के चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना के सभागार में वुमनिश 2022 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि- पटना हाई कोर्ट के जज संदीप कुमार; श्री अशोक कुमार सिंह, आईपीएस (सेवानिवृत्त आईजी); मिस निवेदिता निर्विकर, सीनियर एडवोकेट, पटना उच्च न्यायालय; चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना के डायरेक्टर डा. राणा सिंह; चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना के चेयरपर्सन कुमुद कुमार; जी बिहार झारखंड के संपादक, श्री स्वयंप्रकाश; न्यूज़ 18 के संपादक, श्री बृजमोहन मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गयी
इसके बाद आगंतुक अतथियों को अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान भूमिका बिहार की फिल्म आई एक्सिट का प्रदर्शन किया गया तथा भूमिका बिहार के 35 वर्षों के सफर पर आधारित किताब का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर भूमिका बिहार की डायरेक्टर सुश्री शिल्पी सिंह ने अपने सम्बोधन में महिला समानता और सतत विकास के 4 स्तंभों के बारे में उल्लेख किया- 1. मानव स्थिरता 2. सामाजिक स्थिरता 3. पर्यावरण स्थिरता और 4. आर्थिक स्थिरता।
चंद्रगुप्त इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना के डायरेक्टर डा. राणा सिंह ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से अधिक मुक्त होना होगा आवश्यक है। महिलाओं को अपने काम के प्रति सही नजरिया रखना होगा।
इसके अलावा मिस निवेदिता निर्विकर, सीनियर एडवोकेट; पटना उच्च न्यायालय ने कहा कि इंसान होना विशेषाधिकार है लेकिन महिला होना अधिक विशेषाधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को आत्म-प्रेरित होना चाहिए और किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए खुद का समर्थन करना चाहिए।
बाद में कार्यक्रम में श्री अशोक कुमार सिंह, आईपीएस (सेवानिवृत्त आईजी) ने कहा कि हमें अपने समाज में महिलाओं का समर्थन करने के लिए आवाज उठाने और मजबूती से खड़े होने की जरूरत है।
माननीय न्यायमूर्ति श्री संदीप कुमार, पटना उच्च न्यायालय ने इस अवसर पर कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवत्व का वास होता है। आज महिलाएं कमजोर नहीं हैं और हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का अहसास करा रही हैं.
वुमनिश 2022 में अलग-अलग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले 15 विभूतियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित किये गये लोगों में पेडल फॉर प्लानेट से शैलेश कुमार; आश्रय अभियान की डायरेक्टर, डार्थी फर्नाडीस; क्राफट एज की फाउंडेर मिस रितिका; भूरि फाउंडेशन की फाउंडर मिस निधि; एबनडेंट लाइफ फाउंडेशन के डायरेक्टर अभिषेक आनंद, लेटस ट्रेन यूथ के डायरेक्टर मिस्टर दत्तात्रेय, दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद, इंग्लिश लिटरेचर डेस्क एंड स्नेहा स्क्रिबल्स की फाउंडर स्नेहा प्रकाश, यूनाईटेड न्यूज ऑफ इंडिया के सब एडिटर प्रेम कुमार, जीवन ज्योति क्लब के वाइस प्रेसिडेंट चंद्र शेखर गुप्ता, इंग्लिश एकेडिमया की फाउंडर डा. प्रीति बाला, गंगा समग्र के श्रीराम तिवारी, समाजसेवी विजय प्रकाश समाजसेवी निशा भगत और बीइंग हेल्पर फाउंडेशन शामिल है। सभी अवार्डी को मेमेंटों और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।
संगोष्ठी का समापन सीएसआर अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष-श्री कुमोद कुमार के धन्यवाद ज्ञापन द्वारा किया गया।