बिहार पत्रिका/पारस नाथ
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आरामदायक जीवन के लिए ऊर्जा, जैसे बिजली, पेट्रोल, कोयला आदि स्रोत, महत्वपूर्ण है। लेकिन साथ ही साथ प्रकृति ने हमें यह सीमित मात्रा में उपलब्ध कराया है जो एक दिन समाप्त हो जाएगा। इसलिए हमें इसे संरक्षित करने और कुशलता से उपयोग करने की आवश्यकता है।
14 दिसंबर “राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस” के रूप में मनाया जाता है। ब्रेडा, जो कि “ऊर्जा दक्षता ब्यूरो” भारत सरकार की “राज्य नामित एजेंसी” है, इस विषय पर जन-जागरूकता पैदा करने के लिए ऊर्जा संरक्षण सप्ताह मना रही है। जिसके दौरान IIT, पटना में “ऊर्जा संरक्षण” पर चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित किया गया। आज “ऊर्जा वैन” को हरी झंडी दिखाकर विदा किया गया जो कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूम घूम कर ऊर्जा संरक्षण के संदेश लोगों तक पहुंचाएगा।
ब्रेडा के निदेशक श्री आलोक कुमार (ITS) ने “ऊर्जा वैन” को हरी झंडी दिखाने के बाद ऊर्जा संरक्षण के महत्व को समझाया ताकि आने वाली पीढ़ियां भी उन संसाधनों का लाभ उठा सकें जो प्रकृति ने हमें प्रदान किए हैं।
इस कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग के उप-सचिव भी शामिल हुए।