देश में पहली बार नाक से दी जाने वाली इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन आज गुरुवार 26 जनवरी 2023 को लॉन्च की जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया इस वैक्सीन को लॉन्च करेंगे। हेट्रोलॉगस नेजल वैक्सीन फरवरी से बाजार में बिकने के लिए उपलब्ध होगी।
विश्व की यह पहली इंट्रानेजल वैक्सीन
हाल ही में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) और इसके लोक उपक्रम, जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बाईरैक–BIRAC) ने भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (BBIL) के साथ मिलकर विश्व की यह पहली इंट्रानेजल वैक्सीन तैयार की है, जिसे दवा नियामक ने इस्तेमाल करने की 23 दिसंबर को मंजूरी दी थी।
गौरतलब हो, भारत द्वारा कोविड के लिए विकसित विश्व के पहले इंट्रा-नेसल वैक्सीन को 18 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से स्वीकृति मिली।
बूस्टर डोज के तौर पर ले सकेंगे नेजल वैक्सीन
यह वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर लग सकेगी। नेजल वैक्सीन शुरुआत में प्राइवेट अस्पतालों में लग सकेगी। नाक के जरिए दी जाने वाली भारत बायोटेक की इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन इनकोवैक की कीमत तय कर दी गई है। भारत सरकार के अनुसार प्राइवेट अस्पतालों में इसकी एक डोज की कीमत आठ सौ रुपये होगी। वहीं सरकारी अस्पतालों में इस वैक्सीन की कीमत 325 रुपये होगी।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी की क्षमता प्रदर्शित कर रहा भारत
पीएम मोदी के गतिशील नेतृत्व में मिशन कोविड सुरक्षा के माध्यम से भारत के प्रयासों ने न केवल आत्मनिर्भर भारत को मजबूत किया है, बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए समूचे विश्व में वैक्सीन विकास और विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत की स्थिति को भी सुदृढ़ किया है। वाकयी यह देश के लिए बड़े गर्व की बात है।