पटना : अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद, बिहार राज्य इकाई द्वारा स्थानीय विद्यापति भवन सभागार में संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति संजय करोल, विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति एस कुमार (राष्ट्रीय उपभोक्ता मंच, पटना), एडिशनल एसजीआई डॉ. के एन सिंह, अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के श्रीनिवास मूर्ति, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश राय, राष्ट्रीय कार्यालय सचिव संतोष कुमार, बिहार प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार, बिहार प्रदेश महामंत्री संजीव कुमार, कोषाध्यक्ष अर्चना व बिहार एवं झारखंड जोनल सचिव सुनील कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की गई।
जन केंद्रित न्याय वितरण प्रणाली विषय आधारित इस कार्यक्रम में पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति पूर्णेन्दु सिंह, राजेश कुमार वर्मा, सी पी सिंह, अलोक कुमार पांडेय, सुनील दत्त मिश्रा सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति संजय करोल ने संविधान के इतिहास पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने संविधान दिवस पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद के अविस्मरणीय योगदान से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्या को समझना और उसका समाधान करना यही हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि संविधान का 75 वर्ष गौरवपूर्ण रहा है और संविधान ही हमारा पवित्र ग्रन्थ है। कुर्सी ही व्यक्ति को बनाती है और कुर्सी से ही व्यक्ति की गरिमा बढ़ती है। न्यायमूर्ति संजय करोल ने कहा कि न्याय प्रणाली के क्षेत्र में बिहार में अच्छा काम हो रहा है। उन्होंने अधिवक्ताओं से गरीब और लाचार लोगों को कम फीस या निःशुल्क में उनका काम करने की अपील की। साथ ही उन्होंने अधिवक्ताओं से जनता को उनके मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने की बात कही।
मौके पर उपस्थित अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के श्रीनिवास मूर्ति ने सभी देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस दिवस का इसका उद्देश्य नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। वहीं परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश राय ने कहा कि यह दिन नागरिकों के लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करने और उन्हें बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी बारी – बारी से संबोधित किया। कार्यक्रम का मंच संचालन आकृति ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन सनत मिश्रा ने किया।