पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव एवं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के निर्देश पर गठित जांच दल के सदस्यों ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती उन मरीजों से मुलाकात किया जो डॉक्टर की लापरवाही के कारण अपनी एक आंख गवा चुके थे। इन लोगों ने तमाम बिंदुओं पर अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत की और स्थिति का मुआयना किया जिसमें पाया गया कि जो अस्पताल में मरीजों का आंख का ऑपरेशन किया गया वह बिल्कुल ही मानक के अनुरूप नहीं था। जांच में यह भी पता चला की लोगों को यह कह कर ऑपरेशन में लाया गया था कि उन्हें पटना में अच्छे डॉक्टरों से उन लोगों का ऑपरेशन करवाया जाएगा परंतु ऐसा पता चला कि डॉक्टर के बजाय प्रशिक्षु डॉक्टरों तथा टेक्नीशियनो के द्वारा जैसे तैसे ऑपरेशन कर जनता के आंखों के साथ खिलवाड़ किया गया। जिससे 16 लोगों को आंखें गवानी पड़ी। यह सब सरकार से मिलने वाले वित्तीय सहायता को हड़पने के लिए किया गया था और यह धंधा बहुत पहले से चलता आ रहा था। राजद जांच टीम के सदस्यों ने एकमत से सरकार से यह मांग किया की इस घटना में आंख गवा चुके लोगों के परिजनों को राज्य सरकार 20 लाख रुपये का मुआवजा तथा रोजगार उपलब्ध कराएं वही आंखों के इलाज करा रहे लोगों को सरकार किसी अच्छे संस्थान में राज्य सरकार अपने खर्चे पर इलाज करवाएं तथा उन्हें भी 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
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