अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, गया, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पटना एवं रोहतास जिले लगेंगे कुल 35.10 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिशानुसार पूरे बिहार को स्मार्ट प्रीपेड मीटर युक्त करने लिए तेजी से काम हो रहा है। इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री महेंद्र कुमार के नेतृत्व में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली एजेंसी इंटेलिस्मार्ट के अधिकारियों के साथ विद्युत भवन में दक्षिण बिहार के ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। बैठक के दौरान उन्होंने स्पष्ट हिदायत दी कि लक्ष्य प्राप्ति की समय सीमा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने दक्षिण बिहार के ग्रामीण इलाकों में इंस्टालेशन का काम का जल्द से जल्द शुरु करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान एमडी श्री महेंद्र कुमार ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन से संबंधित हर पहलू की विस्तृत जानकारी ली। वहां मौजूद एजेंसी के प्रतिनिधि पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटशन के जरिये स्मार्ट प्रीपेड मीटर की तैयारियों से लगातार अवगत कराते रहे।
गौरतलब है कि इंटेलिस्मार्ट द्वारा अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, गया, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पटना एवं रोहतास जिले में कुल 35.10 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जाने हैं।
एमडी श्री महेंद्र कुमार ने डिस्कॉम एवं एजेंसी के अधिकारियों को मीटर के स्टॉक की जानकारी अप-टू-डेट रखने का निर्देश दिया। साथ ही जनवरी में मीटर लगाने वाले कर्मचारियों एवं डिस्कॉम के अधिकारियों को मीटर इंस्टालेशन की ट्रेनिंग देने की भी बात कही। उन्होंने जनवरी 2024 से अन्य जिलों में भी मीटर इंस्टालेशन की शुरुआत करने का निर्देश दिया। गया में इस्टालेशन की प्रक्रिया उसके पहले भी शुरु हो सकती है।
बैठक के दौरान बिजली उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर जागरुकता फैलाने पर भी चर्चा हुई है। गया में इंस्टालेशन की प्रक्रिया शुरु करने से पहले उपभोक्ताओं को जारूरक करने के लिए एक एक मेगा अभियान चलाने पर जोर दिया गया।
सीनियर प्रोटोकॉल ऑफिसर श्री ख़्वाजा जमाल खासतौर से दक्षिण बिहार के ग्रामीण इलाकों में बिजली उपभोक्ताओं के बीच चलाये जाने वाले जागरुरकता अभियान के नेतृत्व करेंगे। उनकी देखरेख में यह अभियान कई स्तरों पर चलेगा ताकि उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर खूबियों से अच्छी तरह से वाकिफ हो सके और इसे लेकर उनके मन किसी तरह की भ्रांति है वह पूरी तरह से दूर हो जाये। उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का भी उपयोग किया जाएगा।