जदयू के समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ट के मुख्यालय प्रभारी- सह प्रवक्ता राजीव रंजन ने पुष्पम प्रिया चौधरी और प्रशांत किशोर पर करारा हमला किया है। राजीव रंजन का कहना है कि यह दुख: की घड़ी है , देश और दुनिया के साथ ही बिहार में, कोरोना संक्रमित मरीजों की तादात लगातार बढ़ रही है। सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने की हर संभव कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री लगातार इसपर नजर रखे हुए हैं। लॉकडाउन में कोई भूखा न सोए इसके लिये जगह- जगह सामुदायिक रसोई बनाई गई है। राशन कार्ड न भी हो तब भी एक हजार रूपये दिये जा रहे हैं। बाहर रह रहे बिहारी छात्र- छात्राओ और प्रवासी मजदूरों की सहायता की जा रही है पर इस वक्त बिहार को बदलने और नया बिहार का दावा करने वाले पीके( प्रशांत किशोर) और पी पी( पुष्पम प्रिया ) आखिर कहां हैं। सिर्फ सोशल साईट पर बाते करने से राज्य तो दूर खुद की जिंदगी भी नहीं बदलती। राजीव रंजन ने आगे कहा कि पहले ये दोनो खुद को सुधारे फिर उसका उदाहरण लोगों के सामने रखें। नीतीश कुमार जमीन से जुड़े नेता है अगर हिम्मत हो तो उनकी तरह जमीन पर आ कुछ काम कर के दिखाये ये दोनो। उन्होंने यह भी कहा कि आज समस्त बिहार के लोगों को संयम और सोशल डिस्टेंशिंग दोनों का पालन करना जरूरी है ।सरकार हर समय जनता के साथ है। सूबे के कोरोना योद्धा जनमानस के लिए चौबिसों घंटे काम कर रहे हैं। इस दुख: के मौके पर ओछी राजनीति नहीं होनी चाहिये।
संकट काल में कहां है PP और PK – राजीव रंजन
