पटना: राजधानी में इंडिगो एयरलाइंस मैनेजर रूपेश हत्याकांड का पटना एसएसपी ने किया खुलासा। हाईप्रोफ़ाइल घटना में बड़े लोगों के होने की चर्चा ने राजनीति सरगर्मी तेज कर दिया था. लेकिन जितना बड़ा रूपेश का क़द था उसकी हत्या एक मामूली मोटरसाइकिल चोर रितुराज ने कर दिया । रितुराज ने रूपेश की हत्या, सड़क दुर्घटना को लेकर किया था । ब्लाइंड केस का खुलासा करने के लिए गठित एसआईटी ने 200 कैमरा व 4000 सीडीआर को खंगाला है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पटना एसएसपी उपेन्द्र शर्मा के अनुसार बीते वर्ष नवंबर माह में अपराधी रितुराज का लोजपा कार्यालय के समीप सड़क दुर्घटना हुआ था । जिस कार से ठोकर लगा था वह इंडिगो के मैनेजर रूपेश कुमार का था । इस क्रम में दोनों के बीच विवाद हुआ था । रितुराज चोरी के मोटरसाइकिल से था इसलिए बचने के लिए किसी तरह निकल गया लेकिन रूपेश कुमार के कार एमजी हेक्टर की पीछा करते हुये ठिकाने तक पहुँच गया.
रितुराज को ऐसा एहसास हो गया था की आज सड़क दुर्घटना में जान चली जाती । इसलिए रूपेश की हत्या करना टार्गेट बना लिया था । रूपेश की हत्या के लिए राजवंशी नगर मंदिर से लेकर पुनाईचक तक चार बार एटैम्मट लिया लेकिन सफलता नहीं लगी । फिर घर के पास ही हत्या करने की तैयारी अपने तीन और दोस्तों के साथ मिलकर किया.
12 जनवरी को इंडिगो मैनेजर रूपेश कुमार जैसे ही अपना कार लगाता है रितुराज और उसके तीन साथी, इसमे एक आलमगंज का है ने निशाना लगाते हुये ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दिया । इसमे 6 गोली रूपेश के शरीर में लगा और मौक़े वारदात पर मौत हो गयी । घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी रामकृष्णानगर नगर स्थित कनहाईनगर, आदर्श कालोनी आ गये । सुबह पहर जब अख़बार पढ़ा तो अपराधियों को यह पता चला की मारा गया व्यक्ति इंडिगो मैनेजर रूपेश कुमार हैं.
घटना को अंजाम देने के बाद गिरफ़्तारी के डर से अपराधी रितुराज रांची भाग गया । हत्या का लंबे समय बीत जाने के बाद रितुराज को यह लगा की पुलिस दूसरी दिशा में जांच कर रही है अब डरने की बात नहीं है तो वह अपना घर आदर्श नगर रोड नंबर 2, रामकृष्णानगर आ गया और साधारण तौर पर रहने लगा । हालाँकि पुलिस की जांच कन्हाई नगर तक पहुँच चुकी थी बस रितुराज के हुलिये और पहनावे और चाल- चलन का पता करना था.
एसएसपी ने बताया की सीसीटीवी और कैंफ का मिलान किया को रितुराज से पुरा मिलान कर गया. रितुराज को हिरासत में लेकर पूछताछ किये जाने लगा तो पहले तो यह भरमाया लेकिन बाद में सबकुछ स्वीकार कर लिया । पुलिस ने रितुराज के पास से घटना में इस्तेमाल किया गया पिस्टल , चार ज़िंदा कारतूस, चोरी का मोटरसाइकिल, घटना के दिन पहने हुया कपड़ा , फ़र्ज़ी नंबर प्लेट बरामद किया गया है.
एसएसपी ने बताया की रितुराज घर से ठीक ठाक है. इसका बाप मनोरंजन सिंह का नौबतपुर में ईंट भट्टा है. यह जयपुर से बीए ऑनर्स किया है लेकिन इसका शौक़ दस दिन में मोटरसाइकिल बदलने का है इसलिए इसका पेशा ही मोटरसाइकिल चोरी का है । सिटीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया गया था । इसमें चार इंस्पेक्टर एवं दो डीएसपी शामिल थे । पुलिस अन्य तीन और अपराधियों के गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।