पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलाशनन्द सरस्वती के पैतृक गांव मधुबनी जिले के हरिपुर बख्शी टोल में मनसा देवी का मंदिर बनेगा। 24 फरवरी को निर्माण प्रारंभ होगा। रविवार को पटना के रामनगरी स्थित पुरी पीठ परिषद के बिहार प्रांतीय कार्यालय में मंदिर निर्माण को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट की सचिव इंदिरा झा ने बताया कि जगद्गुरु शंकराचार्य की प्रेरणा से इस मंदिर की परिकल्पना की गई है। शंकराचार्य को इसी स्थान से सिद्धि प्राप्त हुई थी। हरिपुर बख्शी टोल स्थित जिस स्थान पर मंदिर निर्माण होना है वहां सती माता का ढाई सौ साल पुराना मंदिर है। उससे उत्तर सटे लगभग पांच हजार वर्गफुट जमीन पर मनसा देवी का मंदिर निर्माण होगा। मंदिर का गर्भ गृह 13 फुट लंबा और उतना ही चौड़ा होगा। गर्भ गृह के चारों ओर 8 फुट चौड़ा परिक्रमा क्षेत्र होगा। सामने 1254 वर्गफुट का सभागार बनेगा। ट्रस्टी प्रभाष चंद्र झा ने बताया कि मंदिर की ऊंचाई 55 से 60 फुट होगी। पुरी के शिल्पकार मंदिर के गुंबद और बाहरी हिस्से की नक्काशी करेंगे।
पीठ परिषद के बिहार प्रांत अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर की तरह प्रतिमा स्थापित की जाएगी। 31 जनवरी को हरिपुर बख्शी टोल में मंदिर निर्माण कार्यालय की शुरूआत होगी। मनसा देवी माता का मंदिर दो साल में बनकर तैयार होगा। बैठक में पीठ परिषद के संरक्षक विनोद राय, आदित्यवाहिनी बिहार प्रांत अध्यक्ष विवेक विकास, रंजना झा, शैलेश तिवारी, अनुप कुमार, संजय सहाय, रणधीर सिंह, विद्याचरण मिश्र, कृष्ण लाल तैया, बच्चूलाल चौधरी आदि मौजूद थे।