प्रसार भारती सचिवालय ने हिन्‍दी दिवस मनाया, पूरे महीने तक चलेगा कार्यक्रम

हिंदी दुनिया की सबसे समृद्धशाली भाषाओं में से एक है। देवनागरी लिपि से निकली यह भाषा आज दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। यूं तो हिंदी के महत्व को एक दिन में समेटना संभव नहीं है, लेकिन हर साल हिंदी के महत्व और इसके उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों को ध्यान में रखते हुए 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाई जाती है। आज इसी खास मौके पर प्रसार भारती सचिवालय में हिंदी मास उद्घाटन समारोह 2022 का आयोजन किया गया। इस समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सरस्वती मां की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। इस मौके पर आकाशवाणी के कलाकारों ने माता सरस्वती की मनमोहक वंदना प्रस्तुत की।

*पूरे महीने तक चलेगा कार्यक्रम*

जहां देशभर में हिंदी दिवस के मौके पर सप्ताह भर के लिए एक पखवाड़े का आयोजन किया जाता है वहीं प्रसार भारती द्वारा शुरू किया गया यह कार्यक्रम पूरे महीने तक चलेगा।

*हिंदी की सांस्कृतिक विशिष्टता के कारण हम विश्व में अतुलनीय*

इस बेहद खास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं प्रसार भारती के सीईओ मयंक अग्रवाल ने अपने बातों की शुरुआत हिंदी दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देने के साथ की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1949 को हिंदी भाषा को संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया था और 26 जनवरी, 1950 में लागू भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (1) के अनुसार यह व्यवस्था की गई कि संघ सरकार की राजभाषा हिंदी होगी एवं इसकी लिपि देवनागरी होगी।

उन्होंने हिंदी भाषा को विशिष्ट बताते हुए कहा कि “हिंदी-भाषा” में भारत के वे विशिष्ट सांस्कृतिक मूल्य विद्यमान हैं, जिनकी वजह से हम पूरे विश्व में अतुलनीय हैं। भारत में हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसने विविधता में एकता स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत के लोकसभा प्रसारक के सीईओ ने प्रसार भारती का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदी भाषा के क्रियान्वयन में प्रसार भारती सदा तत्पर रहा है। आकाशवाणी और दूरदर्शन ने हमेशा हिंदी को घर-घर पहुंचाया है। आजादी के अमृत महोत्सव के समय हम सब यह संकल्प लें कि अंग्रेजी भाषा के स्थान पर कार्यालयीन कार्यों में राजभाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करेंगे। इस अवसर पर आजादी के लिए राजभाषा का महत्व योगदान व भूमिका पर विभिन्न गोष्ठियों और कार्यक्रमों का आयोजन कर प्रसार भारती राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार को तत्पर है। सीईओ ने लोगों से कहा कि संघ की राजभाषा नीति एवं अनुदेशकों का अनुपालन उसी प्रकार दृढ़ता पूर्वक करें जिस प्रकार अन्य सरकारी अनुदेशकों का अनुपालन किया जाता है और कंप्यूटर पर भी हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा दें। अंत में उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आइए हिंदी को राजभाषा होने का संपूर्ण गौरव दिलाएं।

प्रसार भारती के मेंबर ऑफ फाइनेंस ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि देश के सारे कार्यालयों में प्रसार भारती में हिंदी में ही काम की जाती है।

अनिल श्रीवास्तव, अपर महानिदेशक (बजट, लेखा एवं राजभाषा) द्वारा हिंदी मास कार्यक्रम 2022 प्रतियोगिताओं की जानकारी साझा की गई एवं हिंदी अनुभव की गतिविधियों का प्रारूप, रूपरेखा और हिंदी भाषा पर वक्तव्य भी दिया गया।

अपर महानिदेशक (प्रशासन) शशिकांत एवं अन्य कर्मचारियों ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के संदेश वचनों को भी सुनाया गया।

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