पटना: राजधानी पटना के पटना मेडिकल कॉलेज, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, आईजीआईएमएस के बाद अब पटना एम्स अस्पताल में भी शवों का पोस्टमार्टम कराये जाने की सुविधा का शुभारभ शुक्रवार को एम्स के निदेशक डॉ प्रभात कुमार ने किया है. इससे अब जल्द ही एम्स में पटना एम्स में शवों का पोस्टमार्टम शुरू हो जाएगा. एम्स डीन डॉ उमेश भदानी ने बताया की एम्स पटना में फुलवारी शरीफ खगौल जानीपुर नौबतपुर बेउर पिपरा समेत कुल दस पुलिस स्टेशन एरिया और 56 किलोमीटर के दायरे के शवो का पोस्टमार्टम कराया जा सकेगा. इसके लिए अत्याधुनिक तकनीको से सुसज्जित शव अन्त्यपरिक्षण विभाग का शुभारभ हुआ है | इस विभाग को शुरू कराने में डॉ विनय कुमार , डॉ अमित पाटिल और डॉ मनोज कुमार सहित डॉ अशोक रस्तोगी का अहम योगदान रहा है | इस विभाग के हेड डॉ मनोज को बनाया गया है | पोस्टमार्टम डिपार्टमेंट का शुभारंभ के बाद हैंड्स निदेशक ने पूरे डिपार्टमेंट का घूम घूम कर निरीक्षण भी किया.
इस मौके पर निदेशक एम्स डॉ प्रभात कुमार सिंह ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा की शवों का पोस्टमार्टम करने और उस दौरान मेडिकल स्टूडेंट्स को सिखने का अवसर अब एम्स में ही उपलब्ध हो जानी से सभी को काफी फायदा होगा |उन्होंने कहा की समाज की सेवा के लिए पटना एम्स ने एक नया मुकाम हासिल किया है | रिम्स निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कोविड-19 में मरीजों की मृत्यु के बाद शवों का निष्पादन कोरोनावायरस प्रसार करते हुए किया गया लेकिन उसमें पोस्टमार्टम की सुविधा नहीं होने से परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. अब पोस्टमार्टम की सुविधा यही उपलब्ध हो जाने से काफी सहूलियत होगी।