प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल रात वाशिंगटन डीसी में क्वाड शिखर बैठक से अलग ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ द्विपक्षीय बैठक की। कोविड महामारी की अवधि के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक है। दोनों नेताओं के बीच पिछली द्विपक्षीय बैठक पिछले वर्ष 4 जून को वचु्र्अल माध्यम से हुई थी। उस बैठक में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सामरिक भागीदारी को व्यापक सामरिक भागीदारी के रूप में बढाया गया था।
बैठक के बाद दोनों प्रधानमंत्रियों ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच नियमित रूप से हो रही उच्चस्तरीय बैठक पर संतोष व्यक्त किया। इन बैठकों में हाल में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच हुआ टू-प्लस-टू संवाद शामिल है।
दोनों नेताओें ने लीडर्स वर्चुअल बैठक के बाद हुई प्रगति की भी समीक्षा की। दोनों ने आपसी हित के सहयोग जारी रखने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मुक्त और समृद्ध साझा उद्देश्यों को आगे ले जाने का संकल्प व्यक्त किया।
उन्होंने द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते से संबंधित बातचीत पर संतोष व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के भारत के विशेष दूत के रूप में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट की भारत यात्रा का स्वागत किया।
मोदी ने पर्यावरण संरक्षण पर विस्तृत संवाद की आवश्यकता का उल्लेख किया है। दोनों नेताओं ने स्वच्छ प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने की सम्भावनाओं पर भी विचार-विमर्श किया।
दोनों प्रधानमंत्री इस बात पर सहमत थे कि दोनों देशों को विश्व में कोविड महामारी के बाद उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
दोनों नेताओं ने ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था और समाज में भारतवंशियों के बड़े योगदान की सराहना की और लोगों के बीच संबंध बढ़ाने के तौर-तरीकों पर बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के बीच वाशिंगटन डीसी में सार्थक बैठक हुई। दोनों नेताओं ने व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को और गति प्रदान करने के लिए बातचीत की। उन्होंने हिन्द प्रशांत, क्षेत्रीय घटनाक्रमों, व्यापार, आपूर्ति प्रणाली में लचीलेपन और डिजिटल अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत बातचीत की।
साभार : NewsOnAir