PM मोदी 10 सितंबर को ‘केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन’ का करेंगे उद्घाटन

पीएम मोदी शनिवार, 10 सितंबर को सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री सभा को भी संबोधित करेंगे। देश में नवाचार और उद्यमिता को सुविधाजनक बनाने के लिए पीएम मोदी के अथक प्रयासों के अनुरूप यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

एक सशक्त इको-सिस्टम का होगा निर्माण

यह अपनी तरह का पहला सम्मेलन है। सम्मेलन का उद्देश्य सहकारी संघवाद के उत्साह से केंद्र और राज्य के बीच समन्वय और सहयोग तंत्र मजबूत करना और पूरे देश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (STI) के एक सशक्त इको-सिस्टम का निर्माण करना है।

दो दिवसीय सम्मेलन में किन विषयों पर होंगे सत्र ?

दो-दिवसीय का आयोजन 10-11 सितंबर, 2022 को साइंस सिटी, अहमदाबाद में किया जा रहा है। इसमें एसटीआई विजन 2047; राज्यों में एसटीआई के लिए भविष्य के विकास के रास्ते और विजन, स्वास्थ्य-सभी के लिए डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल, 2030 तक अनुसंधान एवं विकास में निजी क्षेत्र के निवेश को दोगुना करना, कृषि- किसानों की आय में सुधार के लिए तकनीकी हस्तक्षेप, जल- पीने योग्य पेयजल के उत्पादन के लिए नवाचार, ऊर्जा- हाइड्रोजन मिशन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका आदि के साथ-साथ सभी के लिए स्वच्छ ऊर्जा; डीप ओशन मिशन और तटीय राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों और देश की भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए इसकी प्रासंगिकता जैसे विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर सत्र शामिल होंगे।

सम्मेलन में युवा वैज्ञानिक और छात्र लेंगे भाग

अपनी ही तरह के इस पहले कॉन्क्लेव में गुजरात के मुख्यमंत्री, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री और राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के सचिव, उद्योग जगत के दिग्गज, उद्यमी, गैर-सरकारी संगठन, युवा वैज्ञानिक और छात्र भाग लेंगे।

एसटीआई नीतियों को बनाने का मिलेगा लाभ

केंद्र सरकार राज्यों को उनकी एसटीआई नीतियों को बनाने में मदद करेगी तथा उनकी विशिष्ट एसटीआई जरूरतों, चुनौतियों एवं अंतरालों पर ध्यान देने तथा समाधान निकालने के लिए मिलकर काम करेगी।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आधिकारिक बयान में कहा था कि सभी 28 राज्यों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, आठ केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासक तथा 100 से अधिक स्टार्टअप एवं उद्योगों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दो दिवसीय विज्ञान सम्मेलन में भाग ले सकते हैं।

आत्‍मनिर्भर योजना के अनुरूप

पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सम्मेलन की तैयारियों की की रिव्यू मीटिंग के बाद मीडिया को बताया था कि 2030 तक रिसर्च एंड डेवलपमेंट (RD) में निजी क्षेत्र के निवेश को दोगुना करना और देश और राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था को पूरक बनाना भी भारत सरकार की आत्‍मनिर्भर योजना के अनुरूप विज्ञान सम्मेलन का एक प्रमुख एजेंडा होगा। सम्मेलन में रिसर्च और डेवलपमेंट में प्राइवेट सेक्टर के निवेश को बढ़ाने पर संवाद और राज्यों के लिए सहयोग विकसित करने पर विचार-विमर्श के दौरान प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।

100 से अधिक स्टार्ट अप और उद्योगों के सीईओ के साथ एक विशेष सत्र अलग-अलग राज्यों के सामने आने वाली अनूठी समस्याओं के लिए राज्य विशिष्ट समाधान ढूंढने की कोशिश करेंगे। केंद्रीय मंत्री डॉ. सिंह ने सभी राज्य सरकारों के साथ काम करने के इच्छुक संभावित स्टार्ट-अप को सभी 6 विज्ञान विभागों से हर प्रकार की सहायता उपलब्‍ध कराने का वादा किया है।

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