केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने योजनाएं बनाते वक्त उसके आकार और क्षमता को बदल दिया। आजादी के बाद भारत की संस्कृति का ध्वज-वाहक बनकर उन्होंने आयुर्वेद को दुनिया भर में पहुंचाया।
पीएम मोदी ने योजनाएं बनाते वक्त उसके साइज और स्केल को बदल दिया
केंद्रीय गृह मंत्री बुधवार को नई दिल्ली में रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के ओर से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने योजनाएं बनाते वक्त उसके साइज और स्केल को बदल दिया। अगर पहले किसी योजना में कहा जाता था कि 10,000 लोगों को पक्का घर देंगे, तो पीएम मोदी ने निर्णय किया कि हम 2022 के पहले सभी को पक्का घर देंगे।
साल 2014 आते-आते देश में राम-राज की परिकल्पना हो चुकी थी ध्वस्त
आगे उन्होंने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार घोषित किया था। तभी से लोगों के अंदर का आक्रोश आशा में परिवर्तित होता दिखने लगा था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2014 आते-आते देश में राम-राज की परिकल्पना ध्वस्त हो चुकी थी। जनता के मन में यह आशंका थी कि कहीं हमारी बहुपक्षीय लोकतांत्रिक संसदीय व्यवस्था फेल तो नहीं हो गई। लेकिन देश की जनता ने धैर्य से फैसला देते हुए नरेन्द्र मोदी को पूर्ण बहुमत के साथ देश का शासन सौंपा।
देश में होना चाहिए मल्टी पार्टी डेमोक्रेटिक सिस्टम
सम्मेलन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश में मल्टी पार्टी डेमोक्रेटिक सिस्टम होना चाहिए और हर पार्टी की एक विचारधारा होनी चाहिए। भारत की आजादी को 75 वर्ष हो गए हैं। जब हम आजाद हुए तो हमारे देश की संविधान सभा बनी। संविधान सभा ने मल्टी पार्टी डेमोक्रेटिक सिस्टम को बहुत सोच-समझकर स्वीकार किया। यह उचित फैसला था। सम्मेलन में वे डिलेवरिंग डेमोक्रेसी विषय पर अपनी बात रख रहे थे।