पीएम मोदी ने सोमवार (24 अप्रैल 2023) को मध्य प्रदेश में 17,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने रीवा के एसएएफ मैदान में आयोजित राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने ई-जेम और ई-ग्राम स्वराज के एकीकृत पोर्टल का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने समावेशी विकास के पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
पंचायतों के लिए आवंटित बजट को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक किया
राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह के अवसर पर मध्य प्रदेश के रीवा में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को बढ़ावा देने के साथ हमारे नागरिकों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करती हैं। देश की ढाई लाख से अधिक पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि सरकार देश में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पंचायतों के लिए आवंटित बजट को 2014 के बाद दो लाख करोड़ रुपये से अधिक कर दिया गया है, जो पहले 70,000 करोड़ रुपये से कम था।
पिछले 8 साल में 30 हजार नए पंचायत घर बने
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने ग्रामीण भारत के जीवन को आसान बनाने के लिए जो भी योजनाएं बनाई हैं, पंचायतें उन्हें पूरे समर्पण के साथ धरातल पर उतार रही हैं। पीएम ने कहा, 2014 से पहले 6,000 पंचायत घर बने थे लेकिन पिछले 8 साल में 30 हजार नए पंचायत घर बने हैं।
लाखों भारतीयों का घर का सपना पूरा कर रही पीएम आवास योजना
उन्होंने कहा, हर सिर पर एक छत, हर गरीब के लिए एक घर के रूप में पीएम आवास योजना लाखों भारतीयों के लिए एक घर का सपना पूरा कर रही है, पूरे देश में परिवारों के लिए एक बेहतर कल का निर्माण कर रही है।
भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही
पीएम ने कहा कि पूज्य बापू कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना किया। 90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की, ध्यान नहीं दिया। 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं।
पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के 4 लाख 11 हजार हितग्राहियों के गृह प्रवेश समारोह में भी शामिल हुए। पीएम ने पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का उद्घाटन किया। इस परियोजना का उद्देश्य पंचायतों को GeM के माध्यम से अपने सामान और सेवाओं का विपणन करने में सक्षम बनाना है।
लाभार्थियों को सौंपे 35 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड
इस बीच पीएम ने लाभार्थियों को लगभग 35 लाख स्वामित्व संपत्ति कार्ड भी सौंपे। इन कार्डों को सौंपने के साथ ही देश में इस योजना के तहत लगभग 1 करोड़ 25 लाख संपत्ति कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।
2,300 करोड़ की नई रेल परियोजनाओं का किया शुभारंभ
पीएम ने हरी झंडी दिखाकर तीन नई रेलगाड़ियों की शुरुआत की। इसके अलावा उन्होंने लगभग दो हजार तीन सौ करोड़ रुपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। उन्होंने जल जीवन मिशन की लगभग सात हजार 853 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। इन योजनाओं से 4 हजार से अधिक गांवों के लगभग 9.5 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहे। इससे पहले पीएम मोदी दिल्ली से विशेष विमान से माध्यम से सुबह 10.55 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे थे और वहां से हेलीकॉप्टर से रवाना होकर सुबह 11.25 बजे रीवा पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगू भाई पटेल समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री का स्वागत कर अगवानी की। रीवा में सबसे पहले प्रधानमंत्री ने पंचायती राज और ग्रामीण विकास से जुड़ी प्रदर्शनी देखी। इसमें सरकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी है। प्रदर्शनी देखने के बाद प्रधानमंत्री पंचायती राज सम्मेलन के मंच पर पहुंचे। पर्यावरण पर नाट्य मंचन हुआ तो मंच से उठे और 11 मिनट खड़े होकर प्रस्तुति देखी।