बिहार विधान सभा का चुनाव इस बार अभूतपूर्व रहा। एनडीए को कड़ी टक्कर के बाद बहुमत मिलना इस बात का संकेत है कि राज्य में राजद अपने पुराने तेवर में लौटने को बेक़रार है।
पुरे बिहार के चुनावों में हालांकि एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया पर राजधानी पटना के 14 सीटों में एनडीए को मात्र 5 सीटों पर हीं संतोष करना पड़ा है।
पटना के शहरी क्षेत्रों में भाजपा ने भले ही अपनी साख बचा ली, परन्तु देहाती क्षेत्रों में महागठबंधन ने अपना परचम लहराया। पटना जिले की कुल 14 सीटों में से पांच पर एनडीए और नौ पर महागठबंधन के प्रत्याशी विजयी रहे। इस तरह महागठबंधन ने एनडीए से तीन सीटें छीन ली हैं।
एनडीए की भाजपा ने बख्तियारपुर, दानापुर और जदयू ने फुलवारी सीट गवां दी है। पिछले चुनावों की बात करें तो आठ पर एनडीए, पांच पर महागठबंधन और एक पर निर्दलीय विधायक काबिज थें।
राजधानी की चारों परंपरागत सीटों पटना साहिब, कुम्हरार, बांकीपुर और दीघा पर बीजेपी का कब्ज़ा बरक़रार रह गया वहीं बाढ़ सीट पर भी कब्जा करने में भाजपा सफल रही। प्रतिष्ठा की सीट पटना साहिब से बिहार सरकार के मंत्री नन्द किशोर यादव सातंवी बार विधायक चुने गए।
कुम्हरार से विधान सभा में सत्तारूढ़ दल के उप मुख्य सचेतक अरुण कुमार सिन्हा ने भी अपनी सीट बचाने में कामयाब हो गए। बांकीपुर इस बार की हॉट सीट रही। यहाँ से बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में थें तो दूसरी ओर प्लुरल्स की पुष्पम प्रिया चौधरी भी अपने पुरे ताम-झाम के साथ दो-दो हाथ करने को तैयार थीं। इन सबके बावजूद बीजेपी के नितिन नवीन यहाँ से चौथी बार जीतने में कामयाब रहें।
दीघा विधान सभा सीट से संजीव चौरसिया दूसरी बार अपनी सीट बचाने में कामयाब हुए। पिछली बार संजीव चौरसिया की लड़ाई जेडीयू के उम्मीदवार से हुई थी पर इस बार जेडीयू के कैंडिडेट नहीं होने का सीधा फायदा बीजेपी को मिला।
प्रतिष्ठा की सीट रही मोकामा से अनंत सिंह ने राजद के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और कामयाब रहे। इसके अलावा महागठबंधन ने बख्तियारपुर, फतुहा, दानापुर, मनेर, बिक्रम, पालीगंज, फुलवारी और मसौढ़ी पर कब्जा किया। कुल मिलकर देखा जाये तो ग्रामीण क्षेत्रों में लालटेन की लौ और तीन तारों की चमक से तीर को झुलसा और कमल को मुरझा दिया। राजद ने अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार करते हुए पांच सीट पर दर्ज की है। वहीं, इसके सहारे सहयोगी दलों कांग्रेस और भाकपा माले ने भी दो-दो सीट अपने नाम कर ली है।
दानापुर में राजद प्रत्याशी रीतलाल राय भाजपा से इस सीट को छिनने में कामयाब हो गए। रीतलाल ने सीटिंग बीजेपी विधायक आशा देवी को हराया। बख्तियारपुर में भी राजद प्रत्याशी अनिरुद्ध यादव ने निवर्तमान विधायक रणविजय यादव को हरा दिया।
फुलवारी सीट भाकपा माले ने जदयू से छीन ली है। यहां से भाकपा माले के गोपाल रविदास ने जदयू के अरुण मांझी को हराया। वहीं, माले ने पालीगंज सीट पर भी जीत दर्ज की है। यहां माले ने राजद छोड़ जदयू का थामे जयवर्द्धन यादव को हरा दिया।
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