भीड़ में संभाल कर रखिएगा अपने रुपए पटना में अभी और भी हैं यूपी से आए शातिर अपराधी
पटना पुलिस की टीम ने शनिवार को जिन 14 संदिग्धों को पकड़ा था, वो सभी शातिर अपराधी हैं. ये सभी उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं. ये एक प्रोफेशनल गैंग है. जो ट्रेनों से सफर करता है. एक-एक महीने तक एक ही शहर में रहता है. वारदातों को अंजाम देने के लिए भाड़े पर ऑटो चलाता है. फिर कैश लूट और छिनतई की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाता है।
जिस तरह से बिहार में कोढ़ा गैंग एक्टिव है, उसी तरह उत्तर प्रदेश के बिजनौर के अपराधियों का भी एक गैंग इंटर स्टेट लेवल पर एक्टिव है. पटना पुलिस के कब्जे में आया बिजनौर के शातिर अपराधियों का यह गैंग फेस्टिवल के हिसाब से डकैती, लूट और छिनतई की वारदातों को अंजाम देने के लिए शहर का सेलेक्शन करता है.
मौका दशहरा का है. इसलिए इन शातिर अपराधियों ने पटना को अपने रडार पर ले रखा था. पटना पुलिस की जांच में जो बात सामने आई है, उसके अनुसार ये अपराधी करीब एक महीने से शहर के अंदर मौजूद थे. भीड़-भाड़ के बीच रुपए लूटने और छीनने की फिराक में थे. वो तो एसएसपी गरिमा मलिक और सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी को मिले खास इनपुट की वजह से पुलिस की एक स्पेशल टीम एक्टिव हो गई. इसके बाद पुलिस ने ठोस सबूत जुटाए और फिर दरियापुर गोला रोड स्थित डेजी होटल में छापेमारी कर बिजनौर गैंग के 9 अपराधियों को अपने कब्जे में लिया।
इसके बाद पूछताछ में इनसे मिले इनपुट के आधार पर पटना के ही अलग-अलग जगहों से 5 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस की मानें तो इनके और साथी अब भी पटना के अंदर एक्टिव हैं. जिनके निशाने पर परिवार के साथ घूमने निकले लोग होंगे. हालांकि पुलिस टीम लगातार उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है. सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी के अनुसार पकड़े गए अपराधियों के पास से दो कट्टा और 6 कारतूस भी बरामद हुई है. इस गैंग के अपराधियों के खिलाफ चेन्नई सहित देश के कई शहरो में एफआईआर पहले से दर्ज है. इनके गैंग और इसमें शामिल अपराधियों की पूरी हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
साभार अमित जायसवाल