प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस शर्मा बुधवार को रांची पहुंचे। रांची पहुंचने के बाद उन्होंने सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अब इस योजना का लाभ अनाथ बच्चों को मिलेगा। इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश भी दिया है।
बेहतर संचालन के लिए दिए दिशा-निर्देश
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि जो भी कमियां थीं उसे पूरा कर लिया गया है। आयुष्मान भारत के तहत सदर अस्पताल में सबसे अधिक लाभुकों को इसका लाभ मिला और अन्य अस्पतालों में भी लाभुकों को इसका लाभ मिल रहा है। समीक्षा के दौरान शर्मा ने आयुष्मान भारत को और भी बेहतर तरीके से संचालन के लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गये।
योजना से प्रति परिवार पांच लाख रुपये का होता है इंतजाम
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि किस प्रकार से मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है और जिस मरीज का इलाज आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत हो रहा है, क्या उसे दवा अस्पताल से उपलब्ध हो पा रही है या बाहर से खरीदनी पड़ रही है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री-जय (आयुष्मान भारत या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) से समस्त योग्य लाभार्थियों को इलाज के लिए हर साल प्रति परिवार पांच लाख रुपये मुहैया कराए जाते हैं।
कोविड भी हो रहा है नियंत्रित
पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। इस दौरान राज्य में कोरोना से 14 लोग स्वस्थ हुए हैं। बुधवार सुबह तक कोरोना के 17 नए केस मिले हैं। राज्य में कोरोना के कुल मामलों की संख्या अब 348461 हो गयी है। जबकि राज्य में कुल 15521299 सैंपल की जांच की गयी है। राज्य में कोरोना के 128 सक्रिय केस हैं। जबकि राज्य में कोरोना के 343198 मरीज ठीक हुए हैं। अबतक राज्य में 5135 मरीजों की मौत कोरोना से हुई है। झारखंड में कोरोना की रिकवरी रेट 98.49 प्रतिशत है।