प्रीति शुक्ला, देव सिंह और रितेश उपाध्याय स्टारर फिल्म “बहू की विदाई” की शूटिंग समाप्त

भोजपुरी सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना लिए, “बहू की विदाई” फिल्म का निर्माण अंशुमन सिंह फिल्म क्रिएशन और मैड्ज़ मूवी के बैनर तले किया जा रहा है, जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है। इस फिल्म के शूटिंग जौनपुर में की गयी है। फिल्म के निर्माता विनय सिंह और अंशुमन सिंह एवं निर्देशक राज किशोर प्रसाद राजू हैं। फिल्म के निर्माता विनय सिंह और अंशुमन सिंह ने बताया कि फिल्म की कहानी पारिवारिक मूल्यों और सामाजिक मुद्दों पर आधारित है, जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने के साथ-साथ मनोरंजन का भी अनुभव कराएगी। दर्शकों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है, और उम्मीद है कि यह फिल्म भोजपुरी सिनेमा को एक नई पहचान दिलाएगी।

बता दें कि फिल्म को लेकर न केवल क्षेत्रीय सिनेमा के स्टारर दर्शकों में बल्कि पूरी इंडस्ट्री में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। फिल्म को भोजपुरी सिनेमा के लिए माइलस्टोन माना जा रहा है, क्योंकि इसका निर्माण और प्रस्तुतिकरण हिंदी सिनेमा के स्तर के बराबर किया जा रहा है। फिल्म के मुख्य कलाकारों में प्रीति शुक्ला, देव सिंह, रितेश उपाध्याय, श्रद्धा नवल, अमित शुक्ला, समर्थ चतुर्वदी और अनीता रावत शामिल हैं। बाल कलाकार मिराया सहगल हैं। इन कलाकारों ने अपने किरदारों में जान डालने के लिए दिन-रात मेहनत की है। ठंड के दिनों में भी सभी कलाकारों ने अपने किरदार को कैमरे के सामने बखूबी जीने के लिए खूब मेहनत की है।

फिल्म की टीम ने इसे बेहतरीन सिनेमा बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया है। फिल्म के डी ओ पी – डी के शर्मा हैं। हाल ही में फिल्म के सेट से शूटिंग की तस्वीरे भी आउट हुई थी, जिसने यह साबित कर दिया है कि “बहू की विदाई” न केवल कहानी के मामले में बल्कि प्रोडक्शन और तकनीकी पक्ष से भी एक अलग स्तर की फिल्म साबित होगी। फिल्म का प्रसारण जल्द ही इंटर 10 के नंबर वन भोजपुरी चैनल, भोजपुरी सिनेमा पर किया जाएगा। फिल्म के पीआरओ रंजन सिन्हा ने बताया कि “बहू की विदाई” को खास बनाने के लिए हर पहलू पर ध्यान दिया गया है, चाहे वह कहानी हो, निर्देशन, अभिनय या तकनीकी गुणवत्ता। फिल्म की कहानी दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने के साथ-साथ समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करती है।”

रंजन सिन्हा ने यह भी बताया कि फिल्म के सभी कलाकारों और क्रू ने कठिन परिस्थितियों में भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। “ठंडी रातों में कलाकारों ने पूरी लगन और मेहनत के साथ अपने किरदारों को जीवंत किया है। यही वजह है कि यह फिल्म न केवल भोजपुरी दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाएगी, बल्कि इसे हिंदी सिनेमा के स्तर पर भी सराहा जाए।

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