यह एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करेगी
पटना, 28 जुलाई, 2023 : भारत में सबसे तेजी से बढ़ते फंड हाउस में शामिल मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने मिरे एसेट मल्टीकैप फंड के लॉन्च करने की घोषणा की है। यह लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करने वाली एक ओपन – एंडेड इक्विटी स्कीम है। फंड के लिए एनएफओ 28 जुलाई, 2023 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और यह 11 अगस्त, 2023 को बंद होगा। फंड का प्रबंधन अंकित जैन द्वारा किया जाएगा। फंड के लिए बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 500 मल्टीकैप 50 : 25 : 25 टीआरआई होगा। मिरे एसेट मल्टीकैप फंड में कम से कम 5000 रुपये का शुरूआती निवेश करना जरूरी है और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितनी भी राशि निवेश की जा सकती है।
फंड की प्रमुख विशेषताएं :
– जो निवेशक 5 साल से अधिक की अवधि तक निवेश करना चाहते हैं, जो अलग – अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों में अपने इक्विटी पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइड करना चाहते हैं, या उन योजनाओं की संख्या को सीमित करना चाहते हैं जिनमें वे निवेश करते हैं, उनके लिए यह बेहतर विकल्प है। क्योंकि यह मार्केट कैप स्पेक्ट्रम में एक्सपोजर देता है।
– हर कैटेगरी में कम से कम 25 प्रतिशत अलोकेशन और अधिकतम 50 प्रतिशत अलोकेशन, जिसका अर्थ है सभी सेगमेंट में समान भागीदारी ।
– लार्ज कैप निवेश बाजार पूंजीकरण के हिसाब से टॉप 100 शेयरों में होगा, जहां बिजनेस प्रमुख खिलाड़ियों के साथ मैच्योर हैं, और मिड कैप और स्मॉल कैप की तुलना में कम डाउनसाइड रिस्क और कम अस्थिरता की पेशकश करते हैं।
– मिड कैप में बाजार पूंजीकरण के हिसाब से अगले 150 (101वें से 250वें) स्टॉक शामिल हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर बेहतर वैल्यूएशन वाले इमर्जिंग बिजनेस यानी उभरते व्यवसाय शामिल हैं।
– स्मॉल कैप में बाजार पूंजीकरण के हिसाब से 251वें और उससे आगे के स्टॉक शामिल हैं, जिनमें अनलॉक क्षमता वाले यंग और स्केलेबल बिजनेस शामिल हैं। हालांकि इन शेयरों में गिरावट का जोखिम अधिक हो सकता है, लेकिन इनमें मजबूत बाजार में हाई रिटर्न देने की क्षमता भी अधिक होती है।
– अंतिम 25 फीसदी निवेश का उद्देश्य अलग अलग मार्केट कैप में डायनेमिक अलोकेशन के माध्यम से अवसरों का लाभ उठाना होगा।
मिरे एसेट मल्टीकैप फंड किसी एक सेक्टर या मार्केट कैप की बजाए अलग अलग सेक्टर में अलग अलग मार्केट कैप में निवेश कर लाभ उठता है और इसी वजह से निवेशकों को उन शेयरों और सेक्टर में निवेश बनाए रहने का अनुभव प्रदान करता है जो अर्थव्यवस्था में तकनीकी परिवर्तनों का अनुभव कर बेहतर ग्रोथ दिखा रहे हैं। यह उन निवेशकों के लिए भी एक अवसर है, जो यह नहीं चाहते कि उनके पोर्टफोलियो का व्यापक रूप से विस्तार हो लेकिन वे सभी सेक्टर में मिलने वाले बेस्ट रिजल्ट का लाभ उठाएं।
मिरे एसेट मल्टीकैप फंड के फंड मैनेजर अंकित जैन ने कहा कि शुरू से ही, हमारा प्रयास रहा है कि हम अपने निवेशकों को अलग अलग विकल्प प्रदान करें जो उनकी निवेश की रणनीतियों के अनुरूप उनके रिटर्न को बेहतर बनाने में सक्षम हों। मिरे एसेट मल्टीकैप फंड भी इसी तरह के सिद्धांत का पालन करता है। यह निवेशकों को कई योजनाओं को जोड़ने की आवश्यकता के बिना पूरे बाजार स्पेक्ट्रम में अपने निवेश का विस्तार करने में सक्षम बनाता है। मल्टीकैप फंड लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड में निवेश करता है, जिससे निवेश को डाइवर्सिफिकेशन मिलता है और जोखिम घट जाते हैं। इसी वजह से यह रिस्क और रिवॉर्ड को बैलेंस करने वाला एक डायनेमिक विकल्प बन जाता है।
जैन ने आगे कहा कि वैश्विक आर्थिक माहौल में उथल – पुथल के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था प्रभावी तरीके से ग्रोथ के रास्ते पर आगे बढ़ रही है और मिरे एसेट मल्टीकैप फंड का लक्ष्य अपने निवेशकों को अलग अलग सेक्टर में आने वाली पॉजिटिव ग्रोथ का लाभ देना है।
मिरे एसेट मल्टीकैप फंड निवेशकों के लिए रेगुलर प्लान और डायरेक्ट प्लान दोनों में उपलब्ध होगा। एनएफओ के बाद, मिनिमम एडिशनल परचेज अमाउंट 1000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में होगा।