पटना, 14 फरवरी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद वीर सैनिकों की याद में मध्य विद्यालय सिपारा के बच्चों और शिक्षकों ने कैंडल मार्च निकाल कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की।
देश के वीर जवानों की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता : डा. नम्रता आनंद
आज ही के दिन वर्ष 2019 में पुलवाला हमला हुआ था। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत की तीसरी बरसी पर मध्य विद्यालय सिपारा में श्रद्राजंली कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के बच्चों और शिक्षकों ने कैंडल मार्च निकाल कर वीर जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शिक्षक और बच्चों ने दो मिनट का मौन रखा कर वीर जवानों को याद किया। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को नमन करते हुए उनके चित्र पर अपने श्रद्धासुमन भी अर्पित किए।
वीर जवानों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जायेगा : डा. नम्रता आनंद
इस अवसर पर शिक्षिका डा. नम्रता आनंद ने वीर शहीदों को याद करते हुए कहा कि पुलवामा में हमारे वीर सैनिकों ने हंसते हंसते जो शहादत दी, उसका कर्ज ये देश कभी नही उतार सकता। भारत माता के वीर सपूतों को हमारा सलाम। सभी बहादुर जवानों को हमारा सलाम क्योंकि वे हमारे राष्ट्र की रक्षा करने का सदैव तत्पर रहते हैं। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए हमारे वीर सैनिकों को हम श्रद्धांजलि अर्पित करते है।उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का अपना गौरवमयी इतिहास है। उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए देश उनका सदा ऋणी रहेगा। हमारा दायित्व है कि उनके परिवारों के हितों का ध्यान रखें। जवानों की कुर्बानी को कोई भी देशवासी भूल नहीं सकता। शहीदों की कुर्बानी के बलबूते ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित है और हम चैन की नींद लेते हैं। देश के वीर जवानों की शहादत को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जायेगा।
इस अवसर पर क़ृष्णनंदन प्रसाद, डा. नम्रता आनंद, मंजू कुमारी, राधा कुमारी, नीलम शर्मा, पद्मावती कुमारी, उर्मिला सिन्हा, विद्या कुमारी, आभा कुमारी शर्मा, संगीता कुमारी, कुमारी श्वेता रानी और पल्लवी समेत कई शिक्षक और शिक्षिकायें उपस्थित थी।