पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार ने कहा कि होली के दिन बिहार में जहरीली शराब पीने से कई जगहों पर लोगों की मौतें हो रही है। कई लोग अस्पतालों में भर्ती है तथा कई लोगों की आंखें चली जा रही है। मिल रही सूचना के अनुसार मधेपुरा मे जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत एवं कई घायल है।
बांका में 7 लोग जहरीली शराब पीने से अपनी जान गवा चुके हैं वही भागलपुर में भी जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत की खबर मिल रही है जो चिंता का विषय है। आए दिन पूरे बिहार में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई है परंतु बिहार सरकार इसे अपनी विफ लता नहीं सफ लता मानती है। नीतीश जी को बतलाना चाहिए कि आखिर राज्य में जो जहरीली शराब मिल रही हैं उसका दोषी कौन है।
इन नेताओं ने जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए राज्य सरकार की विफ लता करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार शराबबंदी का साइड इफेक्ट जो कि जहरीली शराब के रूप में बाजारों में मिल रही है और वह प्रशासन के मिलीभगत से मिल रही है।
ऐसी स्थिति में राज्य सरकार ना तो जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों को मुआवजा ही दे रही है और ना ही जिस थाना क्षेत्र में यह घटना घट रही है उस थाना के थानेदार की बर्खास्तगी हो पा रही है जिसके कारण जहरीली शराब बेचने वाले एवं बिकवाने वाले लोगों में भय का माहौल नहीं बन पा रहा है। सरकार अबिलंव जहरीली शराब बेचने वाले लोगों पर 302 का मुकदमा दायर करें और जिस थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से लोग मरते हैं उस थाना के थानेदार को बर्खास्त किया जाना चाहिए।