राजधानी पटना में बुधवार को पुलिस सप्ताह का अंतिम कार्यक्रम बीएमपी-5 स्थित मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित किया गया। सबसे पहले डीजीपी को सलामी दी गई। इसके बाद नव सृजित अनुसूचित जाति की लडकियों का महिला बटालियन कसम पैरेड में भाग लिया।इसके बाद मुजफ्फरपुर के आईजी गणेश कुमार और मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज,बांका के एसपी अरविन्द गुप्ता, फुलवारी शरीफ थाना के पूर्व इन्स्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार, इंस्पेक्टर सुरेन्द्र कुमार को राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया।
इन बहादुर पुलिस ऑफिसरों को पूर्व में ही राष्ट्रपति पुरस्कार गलेंट्री मेडल मिला था।पुलिस पदक और प्रशास्त्री पत्र से सम्मानित होने पर जोरदार तालियों से पुलिस आफिसरों की हौसला अफजाई की गयी। इनके आलावा अन्य कई पुलिस आफिसरों को उनके बेहतर काम के लिए पुरस्कृत किया गया।
एसपी ट्रेनिंग,पुलिस ट्रेनिंग के 4 अधिकारी सहित कई दूसरे पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों को भी उनके बेहतर काम के लिए पुरस्कृत किया गया।इस समारोह में ही कई स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी सम्मानित किया गया।
वीरता पदक से सम्मानित पुलिस आफिसरों में गणेश कुमार तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मोतिहारी जिन्होंने केसरिया थाना अंतर्गत दरमाहा गाँव में उग्रवादियों से मुठभेड़ में उग्रवादियों को मार गिराने,दस उग्रवादियों को गिरफ्तार करने के साथ ही एसएलआर रायफल एंव अन्य सामानों को बरामदगी किया था।
डीआईजी मुंगेर मनु महाराज,तत्कालीन पटना के एसएसपी रहते हुए मनेर 30 मार्च 2014 को मनेर के दियारे में नौ अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए 2016 राष्ट्रपति पुरस्कार से अलंकृत किया गया। इस्पेक्टर सुरेंदर कुमार,अवर निरीक्षक संजय कुमार सिंह को भी मनेर के दियारे कांड में ही राष्ट्रपति पुरस्कार से अलंकृत किया गया था।
फुलवारी शरीफ थाना के पूर्व थानेदार रहे इन्स्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार तत्कालीन पुलिस अवर निरीक्षक पटना पुलिस जिला बल और वर्तमान में गया जिला पुलिस बल को पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र में व्यवसायी के साथ लूटपाट और हत्या की योजना बनाते समय हुए मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी को मार गिराने के लिए वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक से अलंकृत किया गया।
निलेश कुमार को सराहनीय सेवा के लिए सम्मानित किया गया। विनय कुमार शर्मा तत्कालीन पुलिस अवर निरीक्षक रोहतास को 13 अप्रैल 2008 को राजपुर थाना क्षेत्र में कुख्यात अपराधकर्मी विश्वनाथ राजभर को मार गिराने और कई हथियार बरामद करने के लिए 2018 में राष्ट्रपति वीरता पदक से अलंकृत किया गया।