महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के पदचिह्नों पर चलने की आवश्यकता : डा. नम्रता आनंद

पटना, 02 अक्टूबर सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन के संस्कारशाला में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल लालबहादुर शास्त्री की जयंती मनायी गयी।

दीदीजी फाउंडेशन के कुरथौल फुलझड़ी गार्डेन स्थित संस्कारशाला में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया, एवं उनकी सादगी एवं विचारधारा को आत्मसात करने का संकल्प दोहराया गया। इस अवसर पर संस्कारशाला के बच्चों के बीच कॉपी, कलम ,मिठाई, सेनेटाइजर और मास्क का वितरण भी किया गया।

इस अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका अंतराष्ट्रीय-राष्ट्रीय और राजकीय सम्मान से सम्मानित डा. नम्रता आनंद ने कहा, महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री पूरे देश के लिए पूज्यणीय हैं। दोनों की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका थी।युवाओं को दोनों के पदचिह्नों पर चलने की आवश्यकता है। राष्ट्र उनके योगदान को कभी भूला नहीं सकता। उनके जीवन से सबको सीख लेनी चाहिए। उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है।

डा. नम्रता आनंद ने कहा, महात्मा गांधी (बापू) ने न केवल देश को आजादी दिलाने में अहम योगदान दिया, बल्कि पूरे विश्व को यह संदेश भी दिया कि अंहिसा से भी देश को आजादी दिलाई जा सकती है। उन्होंने कहा, जय जवान..जय किसान” का नारा देने वाले शास्त्री जी ने देश की स्वतंत्रता में सहयोग करने के साथ ही प्रधानमंत्री रहते हुए किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं सेना को मजबूत करने के लिए बहुत से प्रयास किये। कार्यक्रम के दौरान संस्कारशाला के बच्चों ने गांधी जी के प्रिय भजनों, जैसे वैष्णव जन तो तेने कहिए एवं रघुपति राघव राजा राम सहित अनेक भजनों का गायन कर उपस्थित मान्यगणों को मन्त्रमुग्ध कर दिया।

मौके पर समाजसेवी मिथिलेश सिंह, चुन्नू सिंह, दीदी जी फाउंडेशन के संरक्षक दिवाकर कुमार वर्मा, प्रेम कुमार, निरंतरा हर्षा, नियति सौम्या समेत कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।

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