बिहार विधान मंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव की बिहार आगमन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इनके बिहार आने से कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला है। लालू यादव तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 30 वर्ष नीतीश के साथ रहे हैं। इनका आना-जाना तो लगा ही रहता है।
श्री सिन्हा ने कहा कि लालू यादव के आगमन से नीतीश कुमार की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। श्री सिन्हा ने कहा कि इन्ही के दबाव के कारण अपराधियों को धड़ाधड़ जेल से रिहा किया गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि पहले से ही नीतीश कुमार राजद के दबाव में आकर अपना संतुलन खोये हैं, जिससे आज बिहार में प्रषासनिक अराजकता को बढ़ावा मिला है और इसी कारण अपराधियों भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
श्री सिन्हा ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि कुर्सी की लालच में अपने बूढ़े अस्वस्थ्य पिता का राजनीतिक लाभ लेना चाहते है लेकिन लालू यादव को नसीहत देते हुए कहा कि कुर्सी का मोह त्यागकर अपनी बची जिंदगी को अपने बच्चों को उचित संस्कार देना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि लालू यादव कुर्सी प्रेम में मुस्लिम तुष्टीकरण और जाति की गंदी राजनीति कर बिहार की गरिमा को धूमिल किया है। बिहार की जनता अब समझ चूकी है और बिहार की जनता अब उनको सिरियस लेना छोड़ दी है।
श्री सिन्हा ने कहा कि हम पहले ही बोल चूके थें कि महागठबंधन सरकार 2023 नहीं पार करेगी और वो दिन अब आ गया है जब चोर दरवाजे से सरकार में आई राजद नीतीश कुमार को कुर्सी से हटाकर अपने राजकुमार को हवाले करने का खेल खेलेगी।