वैश्विक महामारी का बहुत बुरा असर खेल पर भी पड़ेगा, ओलम्पिक समेत कई आयोजन रद्द होने से बड़ी आर्थिक क्षति

ब्रज बिहारी प्रसाद / बिहार पत्रिका

आज सम्पूर्ण विश्व कोरोना महामारी से त्रस्त है। इसकी वजह से कई देशों में लॉक डाउन की स्थिति है। इस महामारी की वजह से पूरा विश्व आर्थिक मंदी से गुजर रहा है। खेलों पर भी इसका विशेष असर पड़ा है। सबसे ज्यादा नुकसान जापान को हुआ है। जहाँ इस साल 2020 में टोक्यो में ओलम्पिक खेलों का आयोजन होना था। एक ओलम्पिक के आयोजन में अरबों रूपए का खर्च होता है। जिसमें नए नए स्टेडियम का निर्माण तथा खेल गांव का निर्माण शामिल हैं। इसके अलावे भी कई तरह के खर्च हैं जो की इस तरह के आयोजनों में होते हैं। फिलहाल ओलम्पिक खेलों का आयोजन एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है।

इस ख़बर की पुष्टि खुद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मंगलवार को की। आबे ने कहा कि वो अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख के ओलंपिक खेलों को टालने की सलाह से सहमत हैं।

टोक्यो ओलंपिक खेलों का आयोजन 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होना था। जब से दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने और संक्रमित होने वाले व्यक्तियों और देशों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है तभी से जापान पर ओलंपिक खेलों को टालने का दबाव बढ़ता जा रहा था।

ओलम्पिक खेल का आयोजन प्रत्येक चार साल में होता है। ओलम्पिक विश्व के सबसे महत्वपूर्ण खेल आयोजन होता है। इसमें अनेक तरह की स्पर्धाएं आयोजित होती हैं।जिसकी तैयारी खिलाड़ी पुरे जोश के साथ करते हैं। ओलम्पिक में पदक जीतना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है। पदक जीतना सिर्फ खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि उस देश के लिए भी प्रतिष्ठा की बात बात होती है जिस देश के ये खिलाड़ी होते हैं। अतः ऐसे समय में ओलम्पिक का रद्द होना आयोजनकर्ताओं के साथ साथ खिलाड़ियों में व्याप्त निराशा को समझा जा सकता है। इस महामारी ने सभी की मेहनत पर पानी फेर दिया।

इस महामारी के कारण भारत को भी बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान हुआ है। प्रत्येक साल अप्रैल में होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग को रद्द कर दिया गया। इस आयोजन से भी अरबों रूपए की कमाई होती है।

इंडियन प्रीमियर लीग के रद्द होने से भारतीय दर्शकों में भी काफी निराशा व्याप्त है। इस लीग के प्रति लोगों की दीवानगी इस कदर थी की लोग इसे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट से कम नहीं मानते हैं। इसके बाद अभी टेनिस में भी फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट का आयोजन होना था। फ्रांस में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट पर भी कोरोना महामारी का खतरा पहले से हीं मंडरा रहा था। इस ग्रैंड स्लैम को भी रद्द कर दिया गया है।

अंत में ये कहा जा सकता है की कोरोना महामारी की वजह से खेल की दुनिया को भी काफी आर्थिक नुकसान हुआ है और अभी कितना होगा इसका अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है।

कब-कब हुआ है ओलम्पिक खेल रद्द / स्थगित

1916 बर्लिन ओलिंपिक: इतिहास में पहली बार 1916 में ओलिंपिक रद्द हुए थे। प्रथम विश्व युद्द के कारण इस ओलिंपिक को रद्द करना पड़ा था। 4 जुलई 1912 को आईओसी (IOC) की मीटिंग में बर्लिन ने बड़े बड़े देशों को मात देकर मेजबानी हासिल की थी। मगर प्रथम विश्व युद्द के कारण यह ओलिंपिक रद्द हो गया ‌था। इसके 20 सालों बाद बर्लिन ने 1936 समर ओलिंपिक का आयोजन किया। दूसरे विश्व युद्द से पहले यह आखिरी ओलिंपिक था।

1940 टोक्यो ओलिंपिक: 1940 में 21 सितंबर से 6 अक्टूबर तक टोक्यो में 12वें ओलिंपिक का आयोजन होना था, मगर इसके बाद इसे पुननिर्धारित करके 20 जुलाई से 4 अगस्त के बीच फिनलैंड में आयोजित करवाने का फैसला लिया गया। मगर दूसरे विश्व युद्द के कारण आखिरकार इस ओलिंपिक को रद्द ही करना पड़ा। इसके बाद फिनलैंड ने 1952 में और टोक्यो ने 1964 में समर ओलिंपिक की मेजबानी की।

1944 लंदन ओलिंपिक: ओलिंपिक के 13वें सीजन की मेजबानी लंदन को मिली थी, मगर दूसरे विश्व युद्द (World War) के चलते यह ओलिंपिक भी रद्द हो गए थे। इसके बाद लंदन ने 1948 ओलिंपिक की मेजबानी की थी।

अब टोक्यो ओलिंपिक को 2021 तक स्थगित कर दिया गया है। पहली बार किसी महामारी के चलते खेलों को टालना पड़ा है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी में विश्व युद्ध जैसी ही स्थिति दिख रही है। शायद यही वजह है कि जापान और आईओसी को ये कठिन फैसला लेना पड़ा।

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