पटना, 25 फरवरी, 2023 : पटना के इंदिरा आईवीएफ के कंकड़बाग सेंटर ने शनिवार को अपना तीसरा स्थापना दिवस मनाया। केंद्र 2020 में शुरू हुआ और तब से लगभग 250 प्लस गर्भधारण करवाने की प्रक्रिया में सफलता हासिल कर चुका है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं बिहार विधान परिषद सदस्य मंगल पाण्डेय, इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के बिहार राज्य महासचिव सुधीर मधुकर और पारस अस्पताल (पटना) में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के निदेशक डॉ (प्रो) सी खंडेलवाल और इंदिरा आईवीएफ़ के बिहार प्रमुख डॉ दयानिधि उपस्थित थे।
इस समारोह में वे दंपती भी मौजूद रहे, जिन्होंने केंद्र में अपने बांझपन का इलाज सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इंदिरा आईवीएफ़ ने उन्हें उपहार स्वरुप पौधे उपहार में दिया, जिनकी उन्होंने अपने बच्चों की तरह रक्षा करने और पालन-पोषण करने का संकल्प लिया। एक उद्देश्य-संचालित स्वास्थ्य सेवा संगठन के रूप में इंदिरा आईवीएफ निःसंतानता के उपचार को भारत के हर कोने तक पहुँचाने के लिए संकल्पित है है। देश भर में 115 सेंटर के साथ और 2011 में अपनी स्थापना के बाद से 100,000 से अधिक सफल आईवीएफ प्रक्रिया हासिल करने के बाद, इंदिरा आईवीएफ आज देश में अस्पतालों की सबसे बड़ी और सबसे भरोसेमंद फर्टिलिटी चेन है।
इस अवसर पर बोलते हुए इंदिरा आईवीएफ के सीईओ और को—फाउंडर डॉ. क्षितिज मुर्डिया ने कहा, ‘हम अपने कंकड़बाग सेंटर में मातृत्व—पितृत्व का सुख दिलाने में मदद करने के तीन साल पूरा करने पर खुश हैं। हाल के दिनों में, यह पाया गया है कि राज्य में उच्च रक्तचाप, हाई ब्लड शुगर और तंबाकू का सेवन वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो निःसंतानता के प्रमुख कारण हैं। बिहार में लगभग 1.3 करोड़ व्यक्ति निःसंतानता के शिकार हैं और उनमें से केवल 10% ही उपचार चाहते हैं।
सभा को संबोधित करते हुए, मंगल पांडे – बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और बिहार विधान परिषद के सदस्य ने कहा, ‘देश भर में कई जोड़े निःसंतानता की वजह से सामाजिक कलंक और भेदभाव अनुभव करते हैं। इसके अलावा, बहुत से लोगों को ऐसी जानकारी खोजने में परेशानी होती है जो उन्हें बुद्धिमानी से सही चुनाव करने में सक्षम बनाए। यह वास्तव में सराहनीय है कि इंदिरा आईवीएफ पिछले एक दशक से इस उद्देश्य पर काम कर रही है।’
इंदिरा आईवीएफ कंकड़बाग की डॉ. पूजा सिंह ने कहा, ‘पटना कंकड़बाग केंद्र में किफायती कीमत पर अत्याधुनिक उपचार तकनीकों के कारण, दंपती उच्च सफलता दर का अनुभव कर रहे हैं। जब हम विशेषज्ञ डॉक्टरों की हमारी टीम द्वारा सफलतापूर्वक इलाज किए जाने के बाद बच्चे को पाने वाले जोड़ों पर मुस्कान देखते हैं तो हम हमेशा प्रोत्साहित होते हैं। मैं इस अवसर पर मैं बिहार राज्य के साथ-साथ देश के पूर्वी क्षेत्र में निःसंतानता को दूर करने के हमारे प्रयासों में नेशनल फर्टिलिटी अवॉर्ड में हमारे सेंटर के सदस्यों को बेस्ट आईवीएफ क्लिनिक (इंदिरा आईवीएफ पटना, पूर्वी क्षेत्र) और बेस्ट इंटीग्रेटेड टीम (इंदिरा आईवीएफ पटना, पूर्वी क्षेत्र) और हॉल ऑफ फेम (भ्रूण विशेषज्ञ – पूर्व) से सम्मानित होने के लिए बधाई देती हूं।