जेपी सेतु पर ट्रकों का परिचालन प्रारंभ करने के बिहार सरकार के निर्णय के खिलाफ सारण सांसद ने संसद में उठाई आवाज मांग पूरी नहीं होने पर करेंगे जन आंदोलन

पटना से उत्तर बिहार को जोड़ने वाला जेपी सेतु आज से आम आम आम के लिए खतरनाक बन गया है क्योंकि राज्य सरकार ने 20 नवंबर से जेपी सेतु को रात्रि के 10:00 बजे से सुबह के 5:00 बजे तक के लिए बड़े ट्रकों के लिए खोल दिया है महात्मा गांधी सेतु के जर्जर अवस्था और नव निर्माण के कारण पहले ही से जाम की स्थिति बनी हुई है छपरा से आरा को जोड़ने वाले वीर कुंवर सिंह सेतु पर जाम से बड़े और छोटे वाहन पहले ही त्राहिमाम है ऐसे में राजधानी पटना को उत्तर बिहार के सभी प्रमुख जिलों से जोड़ने वाला जेपी सेतु भी बड़े ट्रकों के रात्रि आवागमन के कारण खतरनाक हो सकता है हालांकि रेलवे ने इस संबंध में राज्य सरकार और संबंधित मंत्रालय को पत्र भेजकर आशंका जताई है कि बड़े वाहनों के परिचालन से पुल पर खतरा है इस पुल पर नीचे रेलवे लाइन है और ऊपर से सड़क मार्ग फूल के दूसरी तरफ अर्थात सोनपुर के साइड में अब ही अप्रोच रोड का निर्माण भी नहीं हुआ है

ट्रकों का परिचालन प्रारंभ हो जाने के बाद से दूसरी तरफ पहलेजा से सोनपुर तक और दूसरी तरफ नयागांव तक लंबा जाम लगना शुरू हो गया है. सारण के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने आज लोकसभा में इस मुद्दे को काफी प्रमुखता से उठाया है और उन्होंने रेल मंत्रालय के द्वारा जारी आशंका पर भी सवाल उठाते हुए राज्य सरकार और संबंधित विभाग से मांग की है कि जेपी सेतु पर ट्रकों का परिचालन अभिलंब रोका जाए और इसे छोटे वाहनों के लिए ही खुला रखा जाए अब देखना लाजमी है कि पर्व त्यौहार और लगन के समय जब उत्तर बिहार से राजधानी पटना को जोड़ने वाला जेपी सेतु रात में काफी व्यस्त होता है क्या इस पर ट्रकों का परिचालन रुक पाता है या राज्य सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने होती है

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