अगस्त में EPFO से जुड़े 14.81 लाख मेंबर, 9.19 लाख लोगों को मिला रोजगार

देश में करीब 9.19 लाख लोगों को देश में रोजगार प्राप्त हुआ है। कर्मचारी भविष्य निधी संगठन (EPFO) द्वारा पेश किए गए ताजातरीन आकंड़ों से साफ है कि देश में वेतनभोगी नौकरियों की संख्या भी बढ़ी है। EPFO ने इस साल अगस्त के महीने में कुल 14.81 लाख नए मेंबर को अपने साथ जोड़ा है। अगस्त में जुड़ने वाले कुल मेंबर में से लगभग 50 प्रतिशत नए नौकरीपेशा हैं।

इससे पहले Centre for Monitoring Indian Economy (CMIE) ने भी देश की अर्थव्यवस्था के हालात सुधरने के संबंध में अपनी रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में CMIE ने सिंतबर, 2021 में देश में बेरोजगारी की दर घटने और रोजगार वृद्धि की संकेत दिए थे। अब जब EPFO के आंकड़े सामने आ गए हैं तो इस बात से स्पष्ट है कि देश में रोजगार में वृद्धि हुई है।

कोरोना नहीं रोक सका विकास की रफ्तार

कोरोना काल के बाद धीमी गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था में भी केंद्र सरकार ने लाखों युवाओं को रोजगार मुहैया कराया है। 20 अक्टूबर, 2021 को जारी किए गए पेरोल से संबंधित ईपीएफओ के अनंतिम आंकड़ों में इस तथ्य को रेखांकित किया गया है कि ईपीएफओ ने अगस्त, 2021 के दौरान लगभग 14.81 लाख ग्राहक जोड़े हैं। ये आंकड़े चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों के लिए नेट पेरोल में वृद्धि के रूझान को दर्शाता है। पिछले जुलाई, 2021 की तुलना में अगस्त 2021 के महीने में कुल ग्राहकों की संख्या में 12.61% की वृद्धि हुई है।

9.19 लाख नए सदस्य पहली बार EPFO से जुड़े

इन कुल 14.81 लाख ग्राहकों में से लगभग 9.19 लाख नए सदस्य पहली बार EPFO के सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आए हैं। लगभग 5.62 लाख कुल ग्राहक बाहर निकल गए थे, लेकिन ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों के भीतर नौकरी बदलकर वे ईपीएफओ में दोबारा शामिल हो गए। इन ग्राहकों ने अंतिम निकासी के लिए आवेदन करने के बजाय पिछली नौकरी से मिलने वाली अपनी धनराशि को करेंट पीएफ खाते में स्थानांतरित कर ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखने के विकल्प को चुना।

22-25 वर्ष के आयु वर्ग के 4.03 लाख युवाओं कराया नामांकन

पेरोल से संबंधित आंकड़ों की आयु-वार विश्लेषण से यह पता चलता है कि अगस्त, 2021 के दौरान 22-25 वर्ष के आयु वर्ग के 4.03 लाख युवाओं ने ईपीएफओ से जुड़कर सबसे अधिक नामांकन दर्ज कराया है। इसके बाद लगभग 3.25 लाख कुल नामांकन के साथ 18-21 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं का स्थान है। इससे स्पष्ट होता है कि पहली बार नौकरीपेशा बने युवा बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र की श्रमशक्ति में शामिल हो रहे हैं और अगस्त, 2021 में नए जुड़ने वाले कुल ग्राहकों में इनका योगदान लगभग 49.18% का है।

ये राज्य रहे सबसे आगे

ईपीएफओ के दायरे में शामिल महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक के प्रतिष्ठान अगस्त महीने के दौरान लगभग 8.95 लाख ग्राहकों को जोड़कर सबसे आगे हैं, जो कि पेरोल में सभी आयु वर्ग से आने वाले कुल जुड़ाव का लगभग 60.45 प्रतिशत है।

EPFO में बढ़ी महिला ग्राहकों की संख्या

जबकि अगस्त महीने के दौरान कुल ग्राहक जुड़ाव में महिलाओं द्वारा कराए गए नामांकन का हिस्सा लगभग 20 प्रतिशत का है। पिछले जुलाई, 2021 के महीने की तुलना में अगस्त, 2021 के दौरान महिला ग्राहकों की कुल संख्या में लगभग 10.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ऐसा मुख्य रूप से अगस्त महीने के दौरान कम संख्या में महिला सदस्यों के बाहर निकलने के कारण हुआ है।

क्या है EPFO ?

EPFO देश का एक प्रमुख संगठन है, जिसपर ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के विधान के तहत शामिल संगठित / अर्ध-संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ प्रदान करने की जिम्मेदारी है। यह सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति पर भविष्य निधि एवं पेंशन संबंधी लाभ तथा किसी सदस्य की असामयिक मृत्यु होने पर उनके परिवारों को पारिवारिक पेंशन और बीमा संबंधी लाभ प्रदान करता है।

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