एचडीएफसी बैंक ने परिवर्तन टीचिंग-द-टीचर्स (3डी) कार्यक्रम के तहत नवाचार (इन्नोवेशन) पुस्तिका लॉन्च की

श्री अरबिंदो सोसायटी के साथ साझेदारी में लॉन्च की गयी नवीन शिक्षण विचारों की पुस्तक

  3टी ने 17 राज्यों व 4 संघ शासित प्रदेशों में 15.20 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षित किया है, जिससे अप्रत्यक्ष रूप से 1.65 करोड़ छात्रों को लाभ हुआ है

पटना (बिहार), 29 अगस्त, 2019ः एचडीएफसी बैंक ने आज नवाचार पुस्तिका नाम से नये शिक्षण विचारों का एक मैनुअल लॉन्च किया। नवाचार पुस्तिका (इन्नोवेशन हैंडबुक), शिक्षकों द्वारा खुद साझा किये गये नवीन शिक्षण विचारों का संकलन है। ये शून्य लागत, उच्च प्रभाव वाले विचार, एचडीएफसी बैंक के टीचिंग-द-टीचर (3टी) कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जो बैंक के परिवर्तन नामक प्रमुख सीएसआर प्रोग्राम का हिस्सा है। 3टी कार्यक्रम श्री अरबिंदो सोसाइटी के साथ साझेदारी में चलाया जाता है।

ऽ बिहार में प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या: 1,85,042

ऽ प्रस्तुत विचारों की संख्या: 1,51,364

ऽ बिहार में यह आइडिया लागू करने वाले स्कूलों की संख्या: 33,018

ऽ बिहार में कार्यक्रम से लाभान्वित होने वाले छात्रों की संख्या: 20 लाख

3टी के तहत, 17 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 15.20 से अधिक शिक्षकों से उनके विचार आमंत्रित करके, और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए स्कूलों में चयनित विचार लागू करके प्रशिक्षित किया गया है। यह कार्यक्रम पहले ही 1.87 लाख सरकारी स्कूलों में 1.6 करोड़ से अधिक छात्रों को लाभान्वित कर चुका है।

बिहार राज्य के लिए नवाचार मैनुअल का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री गिरिवर दयाल सिंह, आईएएस, अतिरिक्त सचिव और सीईओ – बिहार बोर्ड ऑफ ओपन स्कूलिंग एंड एग्जामिनेशन (बीबीओएसई), शिक्षा विभाग, बिहार सरकार द्वारा किया गया। इस अवसर पर, श्री मयंक अग्रवाल, प्रमुख – संचालन, श्री अरबिंदो सोसाइटी और एचडीएफसी बैंक के अधिकारी श्री नितेश नारायण चैधरी, क्लस्टर प्रमुख – पटना, सुश्री श्यामलिका कृष्णा, प्रबंधक – सीएसआर, बिहार तथा अन्य बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा छह सरकारी स्कूलों के शिक्षक उपस्थित थे।

सुश्री आशिमा भट्ट, समूह प्रमुख – कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व, एचडीएफसी बैंक ने कहा, “शिक्षक राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया के सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं, क्योंकि समाज के समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास पर शिक्षा का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। परिवर्तन के तहत, टीचिंग दि टीचर्स (3टी) कार्यक्रम में, हमारा मानना है कि शिक्षकों द्वारा कक्षा में नये तरीकों से ज्ञान प्रदान करने से शिक्षा को अधिक समकालीन और गतिशील बनाया जा सकता है। इस प्रकार, इनोवेशन हैंडबुक भारत भर के शिक्षकों के लिए एक संदर्भ पुस्तिका बन गयी है, जिसमें ऐसे विचार शामिल किये गये हैं, जिनमें लागत शून्य है, लेकिन प्रभाव अधिक है। अपनी तरह की यह एक अनूठी पहल है, जो स्थानीय आबादी के जीवन में सकारात्मक प्रभाव लाने के लिए बैंक द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों का एक हिस्सा है।”

 एचडीएफसी बैंक परिवर्तन के बारे मेंः

सभी सामाजिक पहलों के लिए, परिवर्तन एचडीएफसी बैंक का एक प्रमुख ब्रांड है। यह समग्र रूप से समाज में दीर्घकालिक, सतत परिवर्तन में योगदान देने का बैंक का एक तरीका है। एचडीएफसी बैंक परिवर्तन के क्षेत्रों में काम करके इस तरह के बदलाव के लिए उत्प्रेरक का काम करता है-

– ग्रामीण विकास

– शिक्षा का प्रचार

– कौशल प्रशिक्षण और आजीविका संवर्धन

– हेल्थकेयर और स्वच्छता

– वित्तीय साक्षरता और समावेश

परिवर्तन के तहत, बैंक ने 1 करोड़ से अधिक भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया है।

ऽ एचडीएफसी बैंक में, कौशल प्रशिक्षण और आजीविका वृद्धि हमेशा सामाजिक पहलों के लिए इसके प्रमुख ब्रांड – परिवर्तन का एक प्रमुख स्तंभ रहा है।

एचडीएफसी बैंक में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक है- सतत आजीविका पहल, जिसके तहत हमने 86 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है।

यह भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी तरह की सबसे बड़ी पहल है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हमारा 10 प्रतिशत स्टाफ पिरामिड के निचले हिस्से की महिलाओं के समग्र विकास हेतु काम कर रहा है।

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