देश के 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों में मंगलवार से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय एक महीने तक चलने वाले “हर घर दस्तक“ डोर-टू-डोर अभियान की शुरुआत करने जा रहा है। देश की पूरी आबादी को टीकाकरण और सुरक्षित करने का लक्ष्य हासिल करने के मकसद से शुरू हो रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य कर्मी घर- घर पहुंचेंगे। पूरे नवंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत जो लोग पीछे छूट गए हैं, उन्हें कवर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
लोगों को शिक्षित और जागरूक करना है मकसद
मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक राज्यों में प्रवासी आबादी तक पहुंचने जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएगीं। हर घर दस्तक के तहत लोगों को शिक्षित करने और उन्हें टीकाकरण के लिए देश भर में घर-घर जाने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सार्वजनिक स्थानों पर घोषणाएं जैसे बस स्टैंड आदि जगहों पर मानव श्रृंखला का निर्माण, दीवार-पेंटिंग और अन्य रचनात्मक साधन से जागरूकता फैलाने और मेगा अभियान ड्राइव के हिस्से के रूप में किया जाएगा।
महिलाओं को शिक्षित करने पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
देश के 48 जिलों में 50 प्रतिशत से कम आबादी को कोरोना के खिलाफ टीका लगाया गया है। इस अभियान में ग्राम पंचायत, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह, नागरिक समाज कार्यकर्ता, और निश्चित रूप से बड़े पैमाने पर अन्य सभी हित धारकों को शामिल किया जाएगा। नारी-शक्ति के रूप में महिलाओं का उल्लेख नहीं करना हमेशा असाधारण उपलब्धियों में सबसे आगे रहा है। टीकाकरण के लाभ के बारे में ग्रामीण और हाशिए पर रहने वाली महिलाओं को शिक्षित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।