नई दिल्ली/पटना, : भारत-पाकिस्तान के बीच उत्पन्न हालिया तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा मीडिया के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य देश की संप्रभुता, सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को सुनिश्चित करते हुए किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकना है।
मीडिया से संयमित रिपोर्टिंग की अपील
सरकार ने स्पष्ट किया है कि मीडिया किसी भी परिस्थिति में भारतीय सेना की आवाजाही, अभियान या स्थान की जानकारी को न तो समाचारों में प्रकाशित करें और न ही सोशल मीडिया पर साझा करें। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा सभी मीडिया संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि वे भारत-पाकिस्तान के तनाव से जुड़ी किसी भी जानकारी का प्रकाशन या प्रसारण करने से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि सामग्री भारत की संप्रभुता, अखंडता, सुरक्षा और अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों को प्रभावित न करे। साथ ही ऐसी कोई भी जानकारी न दी जाए जिससे हिंसा भड़के या सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़े।
ओटीटी एवं स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स के लिए तत्काल निर्देश
मंत्रालय ने सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स, स्ट्रीमिंग सेवाओं, और डिजिटल कंटेंट प्रदाताओं को यह भी निर्देशित किया है कि वे पाकिस्तान में निर्मित सभी वेब सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य डिजिटल सामग्रियों का तत्काल प्रभाव से प्रसारण बंद करें।
WJAI ने किया सरकार के कदमों का समर्थन
देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (WJAI) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना की कार्यवाही तथा सरकार द्वारा मीडिया के लिए जारी दिशा-निर्देशों का स्वागत किया है। WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने सभी वेब पत्रकारों और मीडिया पब्लिशर्स से अपील की है कि वे इन गाइडलाइन्स का पूर्ण रूप से पालन करें।
उन्होंने कहा, “भारत शांति और अहिंसा का पक्षधर रहा है, लेकिन हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भारतीय सेना ने मजबूरन कार्रवाई की है। हमारी सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया है। इस अघोषित युद्ध में भी भारत की सेना ने अद्वितीय साहस और पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।”
आनंद कौशल ने यह भी चेताया कि पाकिस्तान द्वारा विभिन्न माध्यमों से भ्रम फैलाने की कोशिशें की जा रही हैं, जिनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी मीडिया कर्मियों से आग्रह किया कि बिना पुष्टि के किसी भी खबर को प्रकाशित या साझा न करें।