पटना में इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के द्वारा वित्तीय समावेशन विषय पर कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन इंडियन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के निदेशक श्री प्रभात सिन्हा ने किया।
इस कार्यक्रम में सिडबी के क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती अनुपमा प्रसाद, आईसीआईसीआई के जोनल हेड गौरांग के अलावा अन्य गरिमान उपस्थित थे गौरांग ने कहा वर्तमान समय में म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना जरूरी है क्यों की कम समय में राशि अधिक मिलती है और काफी सुरक्षित है जरूरत के हिसाब से जब चाहे अपनी जमा राशि को ससमय निकल सकते है। सिडबी की क्षेत्रीय निदेशक ने कहा की सरकार छोटे उद्योग को बढ़ाबा देने में मदद कर रही है। इसके तहत जो लघु उद्योग लगाना चाहते है उसे अनुदान के साथ साथ सरकारी दर पे ज़मीन भी उपलब्ध करा रही है।
कॉन्क्लेव में आये यंग उद्यमी को सम्बोधित करते हुए कहा की आपके साथ जो भी लघु उद्योग स्थापित करना चाहते है उन्हें प्रेरित करे। हमारी संस्था हर तरह से उनकी मदद करेंगी। कार्यक्रम में उपस्थीत यूटीआई के रीजनल हेड अंशित सिन्हा और मकक्स के अलावा बिहार के कई उद्यमी उपस्थित थे । इस कार्यक्रम में इस कार्यक्रम में हमारी सेना के तीनो अंग के जवानो ने भी उद्यमी योजना एवं म्यूच्यूअल फण्ड के जानकारी प्राप्त की।बिहार में कौशल विकास केंद्र संचालित करने वाले उद्यमी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से बैंकिंग और ऋण की जानकारी ली और इसे उद्यम के प्रसार में कैसे उपयोग करे उस पड़ीचर्चा में भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में कुशल युवा केंद्र संचालक संघ के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार सिंह ने अपनी आपबीती परेशानी से लेते हुए सफलता के मूल मंत्र को नए उद्यमियों से साझा किया। सीए श्री रितेश आनंद ने इस पूरी परिचर्चा की विवेचना की और सीए श्री सुजीत कुमार धन्यवाद ज्ञापन किया ।